नए साल के बाद से सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं, जिस कारण आम आदमी के घर का बजट बिगड़ा हुआ है. अब रही सही-कसर दालों ने पूरा कर दिया है. गौरतलब है कि फरवरी के आरंभ से पहले ही तेल, चावल और चाय पत्ती की कीमतों में इजाफा हो रहा है. इस बारे में खुद उपभोक्ता मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर सामानों की नई लिस्ट जारी की है.
इसलिए बढ़ी कीमतें
मार्केट विशेषज्ञों के मुताबिक खुदरा बाजार में इस समय खाद्य उत्पादों के दाम नहीं बढ़ने चाहिए, लेकिन पिछले कुछ दिनों से डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिस कारण ट्रांसपोर्टरों द्वारा भाड़ा बढ़ा दिया गया है और अंतिम बोझ ग्राहकों पर आया है.
उपभोक्ता मंत्रालय की नई लिस्ट जारी
बता दें कि इस समय आलू, टमाटर और चीनी के दाम में तो कुछ गिरावट आई है, लेकिन खाद्य उत्पाद में उपयोग होने वाले तेलों के दाम बढ़े हैं, जिनमें पाम तेल, सूरजमुखी तेल और सरसों तेल भी शामिल है. उपभोक्ता मंत्रालय की नई लिस्ट के मुताबिक 22 जनवरी से पाम तेल की कीमत 107 रुपए से बढ़कर 112 रुपए हो गई है, वहीं सूरजमुखी तेल की कीमत 132 से 140 और सरसों तेल 140 से 148 रुपए प्रति लीटर हो गई है. इसी तरह वनस्पति तेल के दामों में भी कुछ उछाल आया है.
दालों के दाम में भी इजाफा
इसी तरह फरवरी से पहले दालों के दाम में भी उछाल आया है. तूअर की दाल के साथ-साथ अरहर 103 रुपए से 105 रुपए किलो हो गया है और उड़द की कीमत 107 से 109 रूपए प्रति किलो हो गई है. मसूर का दाम 82 रुपए किलो हो गया है और मूंग दाल 104 से 107 रुपए किलो पर आ गया है.