देश में बढ़ती महंगाई अब लोगों के लिए सर दर्द बनती जा रही है. अब महंगाई भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुमान से भी ज्यादा हो गई है. तो ज़रा सोचिए कि आम आदमी के लिए यह महंगाई में जीवन यापन करना कितना मुश्किल होगा. रोजमर्रा की जिन्दगी भी अब लोगों को बोझ लगने लगी है.
ऐसे हम इसलिए बोल रहे हैं, क्योंकि एक ओर जहां RBI का अनुमान था कि देश में 5.7% के करीब महंगाई दर हो सकती है, लेकिन खुदरा महंगाई दर 6.01% हो गई है. दिसंबर 2021 आकड़ों के मुताबिक, महंगाई दर (Inflation Rate) 5.66% थी. वहीं पिछले साल इसी महीने में महंगाई दर 4.06% थी. ऐसे में महंगाई की ये मार आम जनता और उनके जेबों पर बहुत भारी पड़ती नजर आ रही है. सरकारी आकड़ों में भी साफ़ दिखाई देने लगा है कि महंगाई किस कदर लोगों के जिंदगी को तबाह कर रही है. खाद्य सामग्री से लेकर पढ़ाई-लिखाई, पेट्रोल तक के दाम आसमान छूने को तैयार हैं.
इन राज्यों में लगी महंगाई की रेस (Inflation race in these states)
राज्यों की बात करें, तो हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों को पीछे छोड़ आगे निकल चुका है. वहीँ सबसे कम महंगाई पंजाब में दर्ज की गयी है. आज इस कड़ी में हम बात करेंगे, कि कौन से नौ राज्य ऐसे हैं, जहां ग्रामीण इलाकों (Rural Area) में महंगाई दर देश की महंगाई दर से ज्यादा है. एक आंकड़े के अनुसार, शहरों के मुकाबले गांवों में महंगाई ज्यादा है. आंकड़ों के मुताबिक गांवों में 6.12% तो शहरों में 5.91% महंगाई दर है.
हरियाणा, यूपी और महाराष्ट्र में ये है महंगाई का हाल (This is the condition of inflation in Haryana, UP and Maharashtra)
हरियाणा में 8.23%, यूपी में 7.23 %, मध्य प्रदेश में 7.06 %, जम्मू और कश्मीर में 6.97 % महाराष्ट्र में 6.68 %, गुजरात में 6.57 %,हिमाचल प्रदेश में 6.89 % पश्चिम बंगाल में 7.62 % और तेलंगाना में महंगाई दर 6.69 % है.
अनाज मंडियों की बात करें, तो ग्रामीण क्षेत्र में 3.71 % और शहरी क्षेत्र में महंगाई दर 2.91 % है. वहीं मांस और मछली के लिए ग्रामीण क्षेत्र में 5.80 % और शहरी क्षेत्र में 4.99 % महंगाई दर है.
दूध, चीनी मसाले और तेल ने भी दिखाई अपनी चमक (Milk, Chinese spices and oil also showed their shine)
दूध और उसके जुड़े उत्पादों में ग्रामीण इलाकों में 4.15 % और शहरी क्षेत्र में 2.50 % महंगाई दर है. वहीं तेल और वसा के लिए गांवों में महंगाई दर 20.60 % और शहर में 15.15 % है. ग्रामीण इलाकों में बढ़ती महंगाई ना सिर्फ आम जनता बल्कि मौजूदा सरकार के लिए भी आने वाले दिनों में घातक साबित हो सकता है.
फलों की बात करें, तो ग्रामीण इलाकों में 2.37 % और शहरी क्षेत्र में महंगाई दर 2.16 % है. इसके साथ ही दाल और दलहन में ग्रामीण क्षेत्र में 3.40 % शहरी क्षेत्र में 2.25 % महंगाई दर है. चीनी के लिए ग्रामीण इलाकों में 5.67 % और शहरी क्षेत्र में 4.94 % महंगाई दर है. इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में मसालों की महंगाई दर 4.97 % और शहरी क्षेत्र 4.17 % है.
अब देखना यह है कि इस पर अंकुश लगाने और ख़ास कर ग्रामीण इलाकों से महंगाई दर को कम करने के लिए सरकार क्या कदम उठाती है?