Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 8 June, 2020 4:03 PM IST

लॉकडाउन के कहर से कई कारोबार पूरी तरह से बर्बादी की कगार पर पहुंच गए हैं. आइसक्रीम उद्द्योग भी उन्हीं में से एक है. लॉकडाउन के कारण इस बार गर्मियों में भी आइसक्रीम का व्यवसाय ठंडा ही रहा. उद्द्योग विशेषज्ञों के मुताबिक आइसक्रीम से होने वाले आय में तीन महीनों का सबसे बड़ा योगदान होता है. अप्रैल, मई और जून के महीने में 75 प्रतिशत से अधिक की कमाई हो जाती है. किंतु इस बार इन्हीं तीन महीनों में लॉकडाउन के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकले, जिस कारण उद्द्योग को 4 हजार करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है.

जून में मौसम ने की बेवफाई

कोरोना के आगमन पर अफवाह उड़ी कि आइसक्रीम खाने से ये बीमारी बढ़ रही है, जिस कारण लोगों ने इसे खाना बंद कर दिया. फिर लॉकडाउन के कारण नुकसान होता रहा और अब जून में जब लॉकडाउन खुला तो मौसम ने बेवफाई कर दी. जून माह के पहले सप्ताह से ही मौसम में ठंडाई बनी हुई है, तापमान में गिरावट के कारण लोग आइसक्रीम की तरफ आकर्षित नहीं हो रहे हैं.

शादियों से होता है अधिक मुनाफा

व्यापारियों ने बताया कि शादि, पार्टी एवं समारोह आदि में ही आइसक्रीम की सबसे अधिक मांग होती है. मुनाफे का बड़ा हिस्सा यहीं से आता है. लेकिन लॉकडाउन में सभी तरह के आयोजनों पर प्रतिबंध लगे रहे, जिस कारण व्यापार को नुकसान हुआ.

जुलाई के बाद कोई उम्मीद नहीं

आइसक्रीम व्यापारियों की अब पूरी उम्मीद जून और जुलाई पर ही है. अगस्त के बाद आइसक्रीम की खपत नाम मात्र ही होती है. ऐसे में अगर कोरोना का कहर कम नहीं हुआ तो बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो जाएंगें और व्यापार कर्ज की तरफ बढ़ेगा.

(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आप पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)

ये खबर भी पढ़े: चार बीघा में नींबू की खेती पर 7 लाख की कमाई, जानिए यहां के किसानों से सफलता का राज

English Summary: Ice cream industry faces loss of 4 thousand crore in during lockdown know more about market Statistics
Published on: 08 June 2020, 04:05 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now