देश में सब्जियों की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है. जहां देश में नींबू की कीमत लोगों को रूला रही है, वहीं अब लोगों को मिर्ची ने भी लोगों की जेब पर असर डालना शुरू कर दिया है. जैसे कि आप सब लोग जानते हैं, मिर्च रसोई घर में इस्तेमाल होने वाला एक जरूरी मसाला है. इसका उपयोग सभी घरों में किया जाता है. ऐसे में मिर्ची की कीमत बढ़ने से देश के नागरिकों पर इसका असर हो रहा है.
आपको बता दें कि अभी वर्तमान समय में नींबू की कीमत (lemon price) लगभग 200 से 300 रुपए किलो बिक रहे हैं और अब वहीं बाजार में मिर्ची 60 से 80 रुपए किलो के बिक रही है. देश के कई शहरों में मिर्ची की कीमत करीब 100 रूपए प्रति किलो पहुंच गई है. मंडी में पहले मिर्ची की कीमत (price of chili) 20 से 40 रुपए किलो थी और अब एक दम से यह कीमत दुगनी हो गई है.
किस कारण से बढ़ी मिर्ची की कीमत (Due to which the price of chili increased)
एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2002 में मिर्च का उत्पादन (chilli production) 10,69,000 बढ़कर वर्तमान समय में अब 20,92,000 टन तक हो गया है, लेकिन फिर भी इसका मंडी में कोई असर नहीं देखने को मिल रहा है. किसानों की मानें, तो मिर्ची की कीमत (price of chili) बढ़ने का एक मुख्य कारण थ्रिप्स अटैक भी है.
बताया जा रहा है कि इस अटैक के कारण इस साल करीब 9 लाख एकड़ तक मिर्ची की खेती नष्ट हो गई है. उनका यह भी कहना है कि इस बार बेमौसम बारिश होने के कारण भी मिर्ची की फसल (chilli crop) में भारी कमी आई है और साथ ही बढ़ती परिवहन लागत के कारण भी मिर्ची की कीमत बढ़ी है.
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इन राज्यों में मिर्ची की खेती की जाती (Chilli is cultivated in these states)
किसानों के लिए मिर्ची की खेती (chilli cultivation) बेहद मुनाफे की खेती है. यह भारत की प्रमुख मसाला फसलों में से एक है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में मिर्च की खेती 792000 हेक्टेयर पर की जाती है.
इसकी खेती भारत के आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उड़ीसा, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल तथा राजस्थान राज्य में अधिक की जाती है.