ताउते चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) के बाद अब पूर्वी तटीय राज्यों पर यास तूफान (Yaas Cyclone) का खतरा मंडरा रहा है. इसकी भयावहता को देखते हुए राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है. मौसम विभाग के मुताबिक यह तूफान तेजी से आगे बढ़ रहा है. कल तक यह तूफान ओडिशा पहुंच जाएगा. इसके चलते एक बार फिर से देश के दिल्ली, बिहार, यूपी, हरियाणा, झारखंड और बिहार सहित पंजाब पर भी इस प्रभाव पड़ेगा.
इसके अलावा, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि यह यास गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल चुका है. यह 26 मई को ओडिशा के बालासोर के पास दस्तक देगा. 26 मई को इसकी तीव्रता और बढ़ जाएगी.
Yaas Cyclone का असर अभी से दिखने लगा है. मौसम विभाग के मुताबिक Yaas Cyclone के असर से मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में मंगलवार को 30-40 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलने और बिजली गरजने के साथ बारिश होने की संभावना है. ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के अनुसार आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान जानते हैं-
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
चक्रवात यास बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी के ऊपर बना है. आज 5:30 बजे, यह 16.3 उत्तर अक्षांश और 89.7 ई देशांतर के करीब था. इसके आज शाम तक एक गंभीर चक्रवात और 24 मई की सुबह तक एक बहुत गंभीर चक्रवात में बदलने की संभावना है. इसके उत्तर उत्तर-पश्चिम दिशा में उत्तर ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा के कुछ हिस्सों, पूर्वी बिहार, पूर्वी झारखंड, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो के साथ एक दो स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है. सिक्किम, उत्तर पूर्व भारत, कर्नाटक और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट, तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों, कोंकण और गोवा, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, बिहार और झारखंड के बाकी हिस्सों, आंतरिक ओडिशा और छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है. पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश हो सकती है.
ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट पर समुद्र में बहुत तेज हवाओं के साथ ऊंची लहरें उठेंगी. मछुआरों को 24 मई को अंडमान सागर में न जाने की सलाह दी जाती है. 24 से 26 मई के बीच ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट से दूर रहने की सलाह दी जाती है.