Weather Update: दिवाली के बाद से देश के मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है. पहाड़ी क्षेत्रों की ओर से आर रही सर्द हवाओं के चलते उत्तर भारत के राज्यों में ठंड का असर तेज होने लगा है. मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल एक हफ्ते तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने के आसार हैं. इस दौरान रात के तापमान में कुछ और गिरावट दर्ज की जा सकती है. आगामी 19 नवंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से रात के तापमान में फिर से बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी, लेकिन इसके जाते ही तापमान तेजी से गिरेगा और कड़ाके की ठंड़ पड़ना शुरू होने लगेगी. वहीं, बात अगर दक्षिण के राज्यों की करें तो वहां बारिश का कहर अभी भी जारी है. मौसम विभाग ने 19 नवंबर तक दक्षिण और पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
चक्रवाती तूफान ने बदला मौसम का मिजाज
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर के अनुसार पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर बने गहरे दबाव के चलते मौसम में ये बदलाव देखने को मिल रहा है. फिलहाल यह दबाव लगभग 20 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-पूर्व दिशा में बढ़ रहा है. यह एक चक्रवाती तूफान मिधिली में बदल गया है. यह 18 नवंबर की रात या सुबह के दौरान 60-70 किमी प्रति घंटे से लेकर 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा के साथ खुपापारा के पास बांग्लादेश तट को पार कर सकता है.
इन राज्यों में बारिश का अलर्ट
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान त्रिपुरा में मध्यम से भारी बारिश होने की संभव है. इसी तरह दक्षिणी असम, मणिपुर, मिजोरम और नागालैंड में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. जबकि, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, केरल ओडिशा के उत्तरी तट और गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभव है.
दिल्ली NCR में प्रदूषण से राहत के आसर नहीं
राजधानी दिल्ली समेत पूरे NCR में इन दिनों दमघोटू हवा ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है. नवंबर महीने की शुरुआत से ही दिल्लीवालों को जहरीली हवा में सांस लेनी पड़ रही है. पिछले हफ्ते शुक्रवार को बारिश के बाद प्रदूषण से राहत जरूर मिली थी, लेकिन दिवाली पर जमकर हुई आतिशबाजी और उसके बाद से पराली का धुआं और वाहनों की वजह से प्रदूषण फिर से गंभीर हो चुका है. फिलहाल दिल्ली NCR में बारिश की कोई संभावना नहीं है. इसका सीधा नतीजा यह है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर कम होने के बजाय बढ़ने के संकेत ज्यादा हैं.