दिल्ली और उत्तर भारत के कई हिस्सों में अब ठंड ने धीरे-धीरे अपनी दस्तक दे दी है. बीते दिनों हुई गरज-चमक और बारिश ने तापमान में गिरावट लाकर मौसम को खुशनुमा बना दिया है. सुबह और शाम को चल रही ठंडी हवाओं ने लोगों को हल्की सर्दी का अहसास करवाना शुरू कर दिया है. इसी के साथ-साथ पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला भी आरंभ हो चुका है, जिसके चलते तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है. उत्तराखंड जैसे क्षेत्रों में जहां अक्टूबर के पहले सप्ताह में बर्फबारी का रिकॉर्ड बहुत दुर्लभ होता है, इस बार वहां बर्फबारी ने पिछले 30 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
वहीं दक्षिण भारत में भी मौसम विभाग ने आने वाले 4-5 दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है. इससे साफ है कि इस साल दीवाली से पहले ही देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल चुका है. आइए जानते हैं कि आज भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में मौसम कैसा रहने वाला है-
दिल्ली में ठंडी हवाओं के साथ साफ मौसम
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों के दौरान जो बारिश और गरज-चमक देखने को मिली थी, उससे गर्मी का प्रभाव लगभग समाप्त हो चुका है. अब सुबह और रात में ठंडक महसूस की जा रही है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आज यानी 9 अक्टूबर को दिल्ली में मौसम साफ रहेगा और बारिश की कोई संभावना नहीं है. हालांकि ठंडी हवाएं दिनभर चलती रहेंगी, जिससे हल्की सर्दी महसूस होती रहेगी.
आज का अधिकतम तापमान लगभग 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान यह भी है कि 11 अक्टूबर तक मौसम साफ ही रहेगा, लेकिन सुबह-शाम की हवा धीरे-धीरे और अधिक ठंडी होती जाएगी. कुल मिलाकर, दिल्ली में अब गर्मी लगभग खत्म हो चुकी है और सर्दी की शुरुआत हो चुकी है.
उत्तर प्रदेश में धूप के साथ बढ़ेगा तापमान
उत्तर प्रदेश में भी पिछले कुछ दिनों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली थी, जिससे तापमान में गिरावट आई थी. हालांकि अब वहां मौसम बदलने लगा है. मौसम विभाग के अनुसार, आज प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में आसमान साफ रहेगा और धूप निकलेगी. इससे तापमान में वृद्धि होने की संभावना है और दोपहर के समय हल्की गर्मी फिर से महसूस की जा सकती है.
अगले 5 दिनों तक उत्तर प्रदेश में बारिश की कोई संभावना नहीं जताई गई है और मौसम शुष्क ही रहने वाला है. जिन इलाकों में पिछले सप्ताह बारिश हुई थी, वहां की मिट्टी में अब नमी कम हो रही है और धूप के कारण वातावरण धीरे-धीरे फिर से गर्म होने लगा है. हालांकि रात के समय हल्की ठंड महसूस की जा सकती है.
उत्तराखंड में रिकॉर्ड बर्फबारी और गिरता तापमान
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम पूरी तरह बदल चुका है. इस बार अक्टूबर के पहले सप्ताह में ही भारी बर्फबारी देखने को मिल रही है, जो कि पिछले 30 सालों में कभी नहीं हुई थी. इस असामान्य बर्फबारी ने लोगों को रजाई-कंबल निकालने पर मजबूर कर दिया है. उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे पर्वतीय जनपदों में आज गर्जन के साथ बारिश या हल्की बौछार पड़ने की संभावना जताई गई है. इससे तापमान में और अधिक गिरावट आ सकती है.
खास बात यह है कि इन क्षेत्रों में पर्यटकों की भीड़ बढ़ने लगी है, जो बर्फबारी का आनंद लेने आ रहे हैं. हालांकि प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है, खासकर उन रास्तों पर जहां बर्फबारी के कारण फिसलन बढ़ सकती है.
बिहार में हल्की बारिश के साथ बढ़ती ठंड
बिहार में पिछले दिनों गुलाबी ठंड की दस्तक महसूस की गई है. विशेषकर राजधानी पटना में बुधवार को कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार आज के दिन पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान और सारण को छोड़कर बाकी जिलों में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है.
इसके साथ ही 10 अक्टूबर से तापमान में तेज गिरावट आने का अनुमान है, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में ठंड का असर और अधिक बढ़ेगा. बिहार में सुबह के समय हल्की धुंध और ठंडी हवाओं का अनुभव अब सामान्य होता जा रहा है, जो आने वाले दिनों में और तीव्र हो सकता है.
दक्षिण भारत में अगले 4-5 दिन भारी बारिश की चेतावनी
देश के दक्षिणी हिस्सों में मौसम पूरी तरह से सक्रिय है. मौसम विभाग ने दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल, तटीय कर्नाटक और तमिलनाडु में अगले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है. कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती है, जिससे स्थानीय जलभराव की स्थिति बन सकती है.
इसके अलावा पूर्वोत्तर भारत, गंगा के मैदान वाला पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गोवा और दक्षिण कोंकण क्षेत्र में भी हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है. इन राज्यों के लोगों को अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने की आवश्यकता है. विशेष रूप से तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं और भारी बारिश से फसलों और यातायात पर प्रभाव पड़ सकता है.
पश्चिमी और मध्य भारत में हल्की वर्षा की संभावना
देश के पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, पूर्वी मध्य प्रदेश और मध्य महाराष्ट्र में भी आज हल्की वर्षा संभव है. हालांकि यह वर्षा बहुत व्यापक नहीं होगी, लेकिन स्थानीय स्तर पर वातावरण को ठंडा कर सकती है. मध्य भारत के कुछ हिस्सों में मौसम आंशिक रूप से बादलभरा रह सकता है, लेकिन तेज बारिश की संभावना नहीं है.