दिल्ली‑एनसीआर में उमस‑भरी गर्मी का दौर जारी है, लेकिन मौसम में परिवर्तन की लहरें महसूस की जा रही हैं. कई राज्यों में भारी बारिश ने जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है. खासतौर पर पहाड़ी राज्यों जैसे उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू में हालात भयावह बने हुए हैं; पिछले कुछ दिनों में वहां बादल फटने, भूस्खलन और जलजमाव की घटनाओं ने भारी नुकसान पहुंचाया है. मौसम विज्ञान विभाग यानी IMD ने देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश और तूफानी गतिविधियों को लेकर चेतावनियां जारी की हैं.
दिल्ली‑एनसीआर में फिलहाल उमस और गर्मी से राहत के संकेत नहीं हैं, लेकिन यूपी‑बिहार एवं पहाड़ी भागों में अगले कुछ दिनों में मौसम अस्थिर रहने की संभावना है. ऐसे में लोगों से विशेष सावधानी बरतने और मौसम विभाग की घोषणाओं को ध्यान से सुनने का अनुरोध किया गया है.
दिल्ली में आज का हाल
दिल्लीवासी आज भी उमस और गर्मी से परेशान रहेंगे. हाल की हल्की बारिश ने थोड़ी राहत दी हो, लेकिन अगले कुछ दिनों तक कोई भारी बारिश की उम्मीद नहीं है. सूरज की किरणें तेज रहेंगी, तापमान सामान्य से ऊपर होगा, और हवा अपेक्षाकृत गर्म दिशा से चलेगी. घरेलू उपकरण जैसे पंखे, एयर कूलर आदि काम आएंगे. स्कूली बच्चे, वृद्ध और संवेदनशील लोग सुबह‑शाम के समय ही बाहर निकलें या छायादार स्थानों का चुनाव करें, यह बेहतर रहेगा.
यूपी‑बिहार में मौसम की स्थिति
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून की विदाई के संकेत मिल रहे हैं, लेकिन पूर्वी यूपी में बारिश जारी रहने की संभावना है. बिहार के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से मध्यम से भारी बारिश हो रही है, जो नमी बढ़ा रही है और तापमान को गिरा रही है. खेतों में काम करने वाले किसानों को इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की सलाह है ताकि फसलें खराब न हों और पानी की निकासी ठीक हो.
पहाड़ी राज्यों में ज़्यादा परिदृश्य
उत्तराखंड के जिलों जैसे टिहरी, बागेश्वर, पौड़ी, नैनीताल और हरिद्वार में अगले दो‑तीन दिनों में मूसलाधार बारिश की संभावना है. इन क्षेत्रों में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं बढ़ सकती हैं. सड़कों, पुलों और घरेलू संरचनाओं को नुकसान पहुंचने की आशंका है. स्थानीय प्रशासन को त्वरित राहत कार्यों और जागरूकता अभियानों की ज़रूरत है ताकि प्रभावित लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंच सकें.
अन्य राज्यों में मौसमी बदलाव
राजस्थान, झारखंड और बौधिक क्षेत्रों में हल्की‑मध्यम बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिली है. दक्षिण भारत के राज्य जैसे कर्नाटक और तेलंगाना में बारिश की गतिविधियां बढ़ रही हैं. हैदराबाद और आसपास के इलाकों में जलजमाव की समस्या सामने आ रही है जिसके चलते आवागमन प्रभावित हो रहा है.
संभावित प्रभाव और सुझाव
बारिश और तूफानी मौसम की वजह से ट्रैफिक जाम हो सकती है. किसानों को खेतों में पानी की निकासी सुनिश्चित करनी चाहिए और संवेदनशील फसलें जैसे सब्ज़ियां, फल आदि को जाल या अन्य सुरक्षा उपायों से बचाना चाहिए. लोग रात में बहती नदियों, नदी किनारी रास्तों से दूरी बनाए रखें. मौसम विभाग द्वारा दिए गए रेड, ऑरेंज या येलो अलर्ट को गंभीरता से लें.