भारत में अलग- अलग मौसम में अलग -अलग फसलों की खेती होती है. इससे निष्कर्ष निकलता है कि मौसम फसलों को काफी प्रभावित करता है. अलग- अलग क्षेत्रों में मौसम का भी मिजाज अलग-अलग होता है. उत्तर से लेकर दक्षिण एवं पूर्व से लेकर पश्चिम तक मौसम अपने अलग-अलग मिजाज के साथ किसी का मन लुभाता है तो, कहीं सुहावना होता है, तो कही बारिश, तो कही आंधी और ओलावृष्टि कई दिनों तक रहता है. आज 27 अप्रैल है. अप्रैल माह समाप्त होने के कगार पर है.दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में तेज धूप और तापमान में इजाफे के साथ गर्मी भी जबरदस्त अंदाज में कहर बरपाते हुए सताने लगी है. ऐसे में अगर मौसम अचानक से करवट लेता है किसानों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. अतः मौसम का पूर्वानुमान किसानों के लिए अत्यंत जरुरी हो जाता है ताकि वो मौसम के अनुसार अपने फसलों की देखभाल कर सकें. तो आइए जानते है मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मौसम का हाल -
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
एक गहरा डिप्रेशन चेन्नई से 1215 किलोमीटर दूर भूमध्य रेखीय हिन्द महासागर और बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी हिस्से पर बना हुआ है. यह सिस्टम अगले 12 से 18 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिमी दिशा की ओर बढ़ते हुए तमिलनाडु के तटीय भागों तक चक्रवाती तूफ़ान के रूप में पहुँच सकता है. जोकि चक्रवाती तूफ़ान को अधिक प्रभावशाली बना सकता है. एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ, ट्रफ रेखा के रूप में पाकिस्तान के उत्तरी हिस्सों और उससे सटे हुए जम्मू-कश्मीर के भागों पर बना हुआ है. इसके कारण एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे हुए इलाकों पर बना हुआ है. बिहार से ओडिशा के भागों तक भी एक ट्रफ रेखा फैली हुई है. एक अन्य ट्रफ रेखा दक्षिणी मध्य प्रदेश से विदर्भ और मराठवाड़ा होते हुए कर्नाटक के तटीय इलाकों तक भी फैली हुई है. तेलंगाना से रॉयलसीमा होते हुए तमिलनाडु तक विपरीत हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.
बीते 24 घंटों की मौसमी गतिविधियां
बीते 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों सहित पश्चिम बंगाल कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखी गयी.वहीं तमिलनाडु के दक्षिण तटीय भागों और उससे सटे हुए केरल के एक-दो स्थानों पर बारिश देखने को मिली है. इसके अलावा गोवा, और उससे सटे उत्तरी कर्नाटक और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश की गतिविधियां देखी गयीं हैं. जबकि तेलंगाना, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, दक्षिण उत्तर प्रदेश, झारखंड, गुजरात और राजस्थान के कुछ इलाकों में लू जैसे हालात बने हुए हैं.
अगले 24 घंटों की मौसमी गतिविधियां
आने वाले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों, पश्चिम बंगाल के भागों के अलावा दक्षिणी तटीय तमिलनाडु और कर्नाटक के एक-दो स्थानों पर बारिश की गतिविधियां जारी रहने के आसार हैं. इसके अलावा ओडिशा, आंध्र प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, केरल, तटीय तमिलनाडु और कर्नाटक के भी एक-दो स्थानों पर बारिश होने की संभावना है. जबकि तेलंगाना, विदर्भ, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, दक्षिण उत्तर प्रदेश, झारखंड, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा के क्षेत्रों में लू जैसे हालत बने रहने के आसार हैं. वहीं दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्रों में मध्यम हवाएं प्रभावी रहेंगी. जिससे प्रदूषण का स्तर "मध्यम से खराब" स्थिति में पहुँचने की आशंका है.
साभार: skymetweather.com