सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 28 June, 2019 11:42 AM IST

कुछ राज्यों के लोगों को इस साल काफी लंबे समय के लिए चिलचिलाती धूप, गर्मी और उमस के साथ असहज मौसम का सामना करना पड़ा है. इस साल प्री-मॉनसून गतिविधियां भी बहुत देर से हुई हैं. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह से मानसून का देर से दस्तक देना है. फिलहाल मानसून देश के आधे से ज्यादा हिस्सों में दस्तक दे चुका हैं. हालांकि  प्री-मॉनसून सीजन (मार्च-मई) के दौरान देशभर में बारिश की प्रतिशत दर की कमी रही हैं. जून माह समाप्त होने वाला हैं. किसान भी धान की बुवाई करना शुरू कर दिये हैं. अभी तक जिन राज्यों में मानसून ने दस्तक नहीं दिया हैं वहां के किसान मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे है. ऐसे में आइये हम आपको मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बताते है कि आने वाले 24 घंटों में आपके यहां कैसा रहेगा मौसम.

देश भर में बने मौसमी सिस्टम

उत्तर पश्चिमी राजस्थान के हिस्सों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इस प्रणाली की वजह से एक ट्रफ रेखा हरियाणा से उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिमी बंगाल और असम होते हुए नागालैंड तक फैली हुई है. एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और उससे सटे गुजरात तथा पश्चिमी मध्य प्रदेश के हिस्सों में फैला हुआ है. दक्षिणी महाराष्ट्र तट से पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मौजूद है. इसके अलावा एक चक्रवाती क्षेत्र मध्य-क्षोभ स्तर पर तमिलनाडु तट से बंगाल के दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी के भागों पर बना हुआ है.

बीते 24 घंटों की मौसमी गतिविधियां

पिछले 24 घंटों के दौरान असम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मध्यम से भारी बारिश रिकॉर्ड हुई. वहीं एक-दो जगहों पर भारी बारिश भी देखी गई. बाकी बचे पूर्वोत्तर राज्यों सहित अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, केरल, तटीय कर्नाटक, दक्षिण कोंकण व गोवा और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश दर्ज हुई. तमिलनाडु, गुजरात, उत्तरी कोंकण व गोवा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू - कश्मीर, राजस्थान और मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई.

अगले 24 घंटों की मौसमी गतिविधियां

अगले 24 घंटों के दौरान, असम और मेघालय के इलाकों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है. एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी देखी जा सकती है. पूर्वोत्तर राज्यों के बाकी बचे इलाकों सहित उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की उम्मीद है. तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा और गुजरात में कुछ जगहों पर भारी बारिश के साथ ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं. मध्य महाराष्ट्र, केरल, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, दक्षिणी मध्य प्रदेश, ओडिशा, रायलसीमा के कुछ हिस्सों, झारखंड के कुछ हिस्सों और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. साथ ही, उत्तर भारत और राजस्थान के पहाड़ी भागों में भी एक-दो स्थानों पर बारिश की संभावना है.

साभार: skymetweather.com

English Summary: Weather forecast: the possibility of heavy rains in these parts of the country
Published on: 28 June 2019, 11:46 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now