प्रचंड चक्रवाती तूफान निवार तमिलनाडु और पुद्दुचेरी के तटों से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया है, जो अब चक्रवाती तूफान में बदल गया है. जिसके बाद अब दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों और आसपास के इलाकों में डिप्रेश की स्थिति बनी हुई है. डिप्रेशन की स्थिति अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पूर्वी की दिशा का रुख करेगा यानी 27 और 28 नवंबर के बीच बंगाल की पश्चिम-मध्य खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं. फिलहाल तटीय आंध्र प्रदेश और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. अगले दो दिन तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की संभावना है. इसके साथ ही तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी, रायलसीमा और कराईकल के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं चलने की संभावना बनी हुई है.
कहां-कहां होगी भारी बारिश?
तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल में कुछ जगह भारी बारिश का अनुमान है. 28 नवंबर को तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में कुछ स्थानों पर तेज बरसात की संभावना है. वहीं केरल में कहीं-कहीं बरसात होगी.
कहां-कहां चलेंगी शीतलहर?
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिमी भारत में तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है. जबकि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में 28 से 30 नवंबर के बीच शीतलहर चलने की संभावनाएं दिख रही हैं.
पिछले 24 घंटों के दौरान कैसा रहा मौसम?
26 नवंबर को 24 घंटों के दौरान चक्रवात निवार ने तमिलनाडु और पुद्दुचेरी के तटों पर कई जगह काफी परेशान किया. इसके लैंडफॉल के दौरान तटीय इलाकों में करीब 120 से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाई चली. फिलहाल हवाओं की गति कम हुई है और निवारी तूफान शांत हो गया है. पिछले 24 घंटों के दौरान आंतरिक तमिलनाडु, रायलसीमा और आंध्र प्रदेश के कुछ भागों में तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी वर्षा हुई. उधर उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में भी अलग-अलग जगह बादल बरसे. यहां जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में कहीं हल्की से मध्यम बारिश हुई. उत्तराखंड में भी एक-दो जगह हल्की वर्षा हुई. इन पहाड़ी राज्यों में कुछ स्थानों पर बर्फबारी का सिलसिला भी जारी है.