Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 18 November, 2019 10:56 AM IST

रविवार सुबह से ही चली हवाओं ने जिन राज्यों में प्रदूषण का धुंध था उसे साफ कर दिया. सुबह-सुबह चली तेज हवाओं से लोगों को सर्दी का अहसास होता रहा. बीते कई दिनों से प्रदूषण के धुंध की वजह से लोग काफी परेशान हैं. धुंध से बुजुर्ग और बच्चों को ज्यादा परेशानी हो रही थी. बीमारों की संख्या भी बढ़ गई थी. रविवार सुबह से ही ठंडी हवाओं के चलने से मौसम साफ नजर आया, जबकि ठंड का अहसास कुछ बढ़ा नजर आया. सुबह-सुबह ठंडी हवाओं के चलने की वजह से लोग गर्म कपड़ों में नजर आए. वहीं मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिम से चलने वाली हवाओं के आगमन का दौर शुरू हो चुका है. पहाड़ों पर लगातार रुक रुककरबारिश और बर्फबारी हो रही है. इसका पूरी तरह असर तभी पूर्वांचल की ओर होगा जब हवा का रुख अपने सामान्य् स्थिति में होगा. हालांकि तापमान में गिरावट भी पश्चिमी हवाओं की वजह से ही है. आने वाले सप्तासह तक इन्हींऔ वजहों से पारा और गिरेगा. जबकि दिसंबर माह की शुरुआत के साथ ही पारा 10 डिग्री से कम होने लगेगा. इसके मद्देनजर उत्तर रेलवे ने 24 ट्रेनों को 16 दिसंबर से 3 फरवरी तक रद कर दिया है. वहीं कुछ गाड़ियों के फेरे कम कर दिए है. दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर चलने वाली कई ट्रेनें शामिल है. इसमें हावड़ा-श्रीगंगानगर एक्सप्रेस, हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस, बठिंडा-जम्मू एक्सप्रेस, अमृतसर-गोरखपुर एक्सप्रेस व अन्य ट्रेनें शामिल हैं. ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के अनुसार जानते है अगले 24 घंटों के दौरान होने वाले मौसमी गतिविधियों के बारे में -

देश भर में बने मौसमी सिस्टम

एक नया पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और इससे सटे पाकिस्तान पर पहुँच गया है. यह सिस्टम पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिशा में आगे बढ़ रहा है. एक ट्रफ बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम से मध्य पूर्व तक बनी हुई है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी केरल पर दिखाई दे रहा है.

पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल

पिछले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, केरल और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ भारी बौछारें भी दर्ज की गईं. जम्मू कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी के साथ मध्यम वर्षा रिकॉर्ड की गई. पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान, असम, अरुणाचल प्रदेश, लक्षद्वीप द्वीप में भी छिटपुट हल्की बारिश देखी गई. पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के एक-दो स्थानों पर मध्यम कोहरा दर्ज किया गया. जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्यियस तक की गिरावट आई है.

अगले 24 घंटों के दौरान संभावित मौसम

अगले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, केरल और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. जम्मू कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है. अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और ऊपरी असम में भी एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश के आसार हैं. दक्षिणी जम्मू क्षेत्र, पंजाब, हरियाणा और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों और राजस्थान में एक-दो स्थानों पर मध्यम कोहरा छाए रहने के आसार हैं. देश के उत्तरी भागों में रात के तापमान में 1-2 डिग्री सेल्यियस की गिरावट होगी.

English Summary: Weather Forecast: Light rain and snowfall likely in these 3 states of the country, Northern Railway canceled 24 trains
Published on: 18 November 2019, 10:58 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now