नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों को प्रभावित करते दिख रहा है जिसकी वजह से अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्य बारिश होने की संभावना है. इसके बाद 14 और 15 नवंबर को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में कई जगह मध्य से भारी वर्षा हो सकती है. हिमाचल प्रदेश में भी 24 से 48 घंटों के दौरान कहीं-कहीं हल्की से मध्य बारिश का अनुमान है. उधर दक्षिणी भारत के तटीय आंध्र प्रदेश में कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं. तमिलनाडु और पुडुचेरी में अलग-अलग जगह भारी वर्षा हो सकती है. तटीय कर्नाटक में इक्का-दुक्का स्थानों पर बादल बरसेंगे. केरल, लक्षद्वीप और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावनाएं दिख रही हैं.
पिछले 24 घंटों के दौरान कैसा रहा मौसम का हाल
बीते 24 घंटों के दौरान आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में कई जगहों पर भारी बारिश हुई. तमिलनाडु के तटवर्ती इलाकों और पुडुचेरी में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. केरल और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में हल्की वर्षा हुई. साथ ही दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों में कहीं-कहीं हल्की बरसात हुई. इनके अलावा देश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम शुष्क और साफ बना रहा. उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में हवाओं के रुख बदलाव होने से दिल्ली में प्रदूषण कुछ हद तक कम हुआ है.
हिमपात/बर्फबारी की संभावना
जम्मू-कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के ऊपरी हिस्सों में कुछ स्थानों पर बर्फ गिरने की संभावना दिख रही है. साथ हिमाचल प्रदेश में भी एक-दो जगह शुरूआती हिमपात/बर्फबारी हो सकती है.
कोहरा या धुंध
वैसे तो देश के ज्यादा हिस्सों में मौसम साफ रहने वाला है लेकिन असम और मेघालय में कुछ जगह शाम और सुबह के समय हल्का कोहरा रहने का अनुमान है. नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर हल्का कोहरा रह सकता है.
पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हवाएं
एक नया और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के राज्यों को प्रभावित करता दिख रहा है. जिसके चलते एक-दो दिन में उत्तर भारत के मौसम में बदलाव दिखने को मिलेगा. उधर हिंद महासागर में भूमध्य रेखा के पास दक्षिणी तटीय श्रीलंका के निकट एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इसकी वजह से केरल, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी में कुछ स्थानों पर तेज हवाएं चलने के साथ बिजली कड़कने के आसार हैं. लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में भी अलग-अलग जगह तेज हवाएं चलने के साथ बिजली कड़क सकती है.