सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 1 April, 2019 10:54 AM IST

देश में जिस तरह से अलग- अलग राज्यों में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती है, वैसे ही अलग- अलग राज्यों में मौसम का भी मिजाज अलग-अलग होता है. उत्तर से लेकर दक्षिण एवं पूर्व से लेकर पश्चिम तक मौसम अपने अलग-अलग मिजाज के साथ किसी का मन लुभाता है तो, कहीं सुहावना होता है और कहीं-कहीं तो बारिश, आंधी, ओलावृष्टि और ठंड कई दिनों तक रहता है. अप्रैल माह की शुरुआत हो चुकी है. रबी की लगभग - लगभग सारी फसलें तैयार हो चुकी है. कई फसलों की कटाई भी हो चुकी है.ऐसे समय में अगर मौसम अचानक से करवट लेता है तो किसानों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. तो आइए जानते है 1 अप्रैल  2019 का देशभर के मौसम का मौसम पूर्वानुमान -

देश भर में बने मौसमी सिस्टम

जम्मू-कश्मीर के उत्तरी के पास से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी दिशा में आगे बढ़ रहा है. झारखंड और इससे सटे गंगीय पश्चिम बंगाल पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. साथ ही बिहार के पूर्वी भागों से ओड़िशा तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है. इसके अलावा असम के ऊपर भी हवाओं में एक चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है. जबकि एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र तेलंगाना पर सक्रिय है. इस सिस्टम से कर्नाटक होते हुए केरल तक एक ट्रफ रेखा भी बन गई है. इसके अलावा बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भागों पर एक विपरीत चक्रवाती क्षेत्र यानि एंटी साइक्लोन बना हुआ है.

बीते 24  घंटों की मौसमी गतिविधियां

कश्मीर, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र के आंतरिक इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश देखी गयी है. इसके अलावा पूर्वोत्तर राज्यों में तेज़ हवाओं और गरज के साथ मध्यम बारिश हुई. उत्तर प्रदेश के आगरा, मथुरा सहित आसपास के शहरों में शाम के समय तेज़ आंधी - तूफान के साथ एक-दो जगहों पर भारी बारिश भी दर्ज की गई. दिल्ली, उत्तरी राजस्थान में भी कुछ स्थानों पर धूल भरी तेज़ हवाओं के साथ बारिश हुई है. जबकि दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश और विदर्भ के इलाकों में लू जैसे हालत देखे बने रहे. इन सब के बीच देश के अन्य क्षत्रों में मौसम शुष्क बना रहा.

अगले 24 घंटों की मौसमी गतिविधियां

अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इन भागों में एक-दो स्थानों पर तेज़ हवाएँ चलने और भारी वर्षा होने की संभावना है. बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में तेज़ हवाओं और गरज के साथ बारिश की हल्की फुहारें पड़ने के आसार हैं. इसके अलावा जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी एक-दो स्थानों हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं. जबकि देश के अन्य हिस्सों का मौसम शुष्क बने रहने का अनुमान है. दक्षिणी मध्य प्रदेश और विदर्भ के हिस्सों में लू की गतिविधियां जारी रह सकती हैं.

साभार: skymetweather.com

English Summary: Weather forecast for entire India of 1 April
Published on: 01 April 2019, 11:00 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now