दिवाली की रात हुई आतिशबाजी की वजह से इन दिनों देश के कई राज्यों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. हालांकि, सोमवार को स्थिति में काफी सुधार देखने को मिला. तो वही हिमाचल में पहली नवंबर से बारिश होने की संभावना हैं. गौरतलब है कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने तीन नवंबर तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जताया है. इन तीन दिनों के दौरान प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, ऊना और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू व चंबा के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है. उच्च पर्वतीय क्षेत्रों किन्नौर व लाहौल-स्पीति में हिमपात होने के आसार हैं. ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट के अनुसार आगामी 24 घंटों के दौरान होने वाली मौसमी गतिविधियों के बारे में -
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
अरब सागर में बना अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान क्यार 27 अक्टूबर को सुपर साइक्लोन बन गया. यह लगातार पश्चिमी तथा उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे निकल रहा है और भारत के तटों से काफी आगे निकल गया है. तूफान अगले 24 घंटों तक सुपर साइक्लोन की क्षमता में रहेगा उसके बाद यह धीरे-धीरे कमज़ोर होगा। हालांकि अत्यंत भीषण क्षमता बनी रहेगी. असम और इससे सटे भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी भागों और इससे सटे श्रीलंका के तटों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है. अगले 24 घंटों के बाद यह प्रभावी हो सकता है.
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटों के दौरान आंतरिक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में कुछ स्थानों पर हल्की और एक-दो जगह मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई. तटीय तमिलनाडु और आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ मध्यम बारिश हुई। केरल और लक्षद्वीप द्वीप में भी हल्की बारिश हुई है. ओडिशा और गुजरात में कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां देखने को मिलीं.
अगले 24 घंटों के दौरान संभावित मौसम
अगले 24 घंटों के दौरान केरल और तमिलनाडु में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी वर्षा के आसार हैं. ओडिशा में बादलों की गर्जना के साथ बिजली गिरने की घटनाएँ हो सकती हैं. बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे पूर्वोत्तर भारत में कम हो जाएंगी और केवल एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है. उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पर्वतीय राज्यों में अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क होगा. हालांकि जम्मू कश्मीर में एक-दो स्थानों पर हल्की बौछारें गिर सकती हैं. दिल्ली और NCR में वायु प्रदूषण की स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में ही बनी रहेगी.