PM Kisan Yojana: पीएम किसान की 20वीं किस्त की तारीख का ऐलान, इस दिन आएगी आपके खाते में रकम! PM Kisan: किसानों के खातों में सीधे पहुंचे 3.69 लाख करोड़ रुपये, हर खेत के लाभार्थी तक पहुंचा पैसा 4 अगस्त तक दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश इन 5 राज्यों में झमाझम बारिश का अलर्ट, पढ़ें IMD की लेटेस्ट अपडेट किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 5 April, 2019 4:28 PM IST

फसलों की कटाई के समय अचानक से मौसम में बदलाव हो जाने से किसानों की चिंता काफी हद तक बढ़ जाती है. फसलों की कटाई के समय बारिश या फिर ओलावृष्टि हो जाए तो फसलें बर्बाद या बेकार भी हो जाती है. इससे उत्पादकता में तो कम होती ही है साथ ही क्वालिटी पर भी असर पड़ता है. अप्रैल माह की शुरुआत हो चुकी है. धूप भी काफी तेज होने लगा है और किसान भी रबी के लगभग - लगभग फसलों की कटाई कर चुके है. और कुछ की करनी बाकी है. ऐसे में किसानों के पास मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी होना बहुत जरुरी है, क्योंकि वो मौसम के मुताबिक अपने फसलों की देखभाल करने के साथ अपने फसलों को मौसम के प्रभाव से बचाव कर सकेंगे. तो आइए जानते हैं मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले 24 घंटों में कैसा रहेगा देश के अलग - अलग हिस्सों में मौसम का हाल -

देश भर में बने मौसमी सिस्टम

उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू-कश्मीर के इलाकों पर एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है. इस सिस्टम के प्रभाव से बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान के ऊपर है. इसके अलावा एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी राजस्थान और इससे सटे उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बना हुआ है. दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश से विदर्भ, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल होते हुए लक्षद्वीप तक एक ट्रफ रेखा बन गई है. इसके अलावा बिहार से झारखंड और पश्चिम बंगाल होते हुए बंगाल की खाड़ी तक भी एक ट्रफ रेखा बनी हुई है.

4 अप्रैल की मौसमी गतिविधियां

बीते 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश देखी गयी है. इसके अलावा विदर्भ, कर्नाटक और अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में भी एक-दो स्थानों पर बारिश की गतिविधियां देखने को मिलीं. जबकि राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात, और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में लू जैसे हालात बने रहे.

अगले 24 घंटों के मौसमी गतिविधियां

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज के साथ  बारिश की गतिविधियां जारी रहने की उम्मीद है. इसके अलावा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर राज्यों, विदर्भ, मराठवाड़ा, कर्नाटक और केरल में कुछ स्थानों पर हल्की और एक-दो स्थानों पर भी बारिश होने की संभावना है.जबकि राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में लू जैसे हालात जारी रहने का अनुमान है.

English Summary: Weather Aleart in up Weather forecast snowfall with rain
Published on: 05 April 2019, 04:32 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now