देश के कई इलाकों में मानसून 2021 की वजह से भारी बारिश हो रही है. वहीं, उत्तराखंड में मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है. वहीं मंगलवार की रात और बुधवार को हुई बारिश से करीब 45 सड़कें मलबे से बंद हो गई हैं. इसके अलावा, दिल्ली में लगातार दूसरे दिन भारी बारिश होने की वजह से पारा कम रहा.
वहीं मौसम विभाग ने दिल्ली में मानसून के कारण एक हफ्ते तक 'हल्की से मध्यम' बारिश होने की संभावना जताई है. इसके अलावा, आज दिल्ली के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है. वहीं दिल्ली में अब तक 381 मिमी वर्षा दर्ज की गई है. जो 2013 के बाद से जुलाई में हुई सबसे अधिक वर्षा है. ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान-
देशभर में बने मौसमी सिस्टम
गहरा कम दबाव का क्षेत्र अब बंगाल की उत्तरी खाड़ी और गंगीय पश्चिम बंगाल के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है. संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैल रहा है. यह गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र झारखंड और दक्षिण बिहार से गुजरते हुए पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा. उत्तर प्रदेश के मध्य भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी पाकिस्तान और पंजाब के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों, दक्षिण बिहार, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश और कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश पर भारी बारिश हो सकती है.
पूर्वी राजस्थान, पूर्वी गुजरात के कुछ हिस्सों, कर्नाटक, केरल, विदर्भ, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है. राजस्थान के पश्चिमी भाग, सौराष्ट्र और कच्छ, पश्चिमी मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों, आंतरिक कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है.