देश में मॉनसून का प्रभाव अब काफी हद तक बदल चुका है. पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश अभी भी बनी है और कई राज्यों में बाढ़ तथा बादल फटने जैसी घटनाओं को लेकर चिंता बढ़ी है. वहीं मैदानी इलाकों में बारिश अब घटने लगी है, लेकिन कुछ राज्यों में हल्के या तीव्र बारिश के दौर जारी हैं. खासकर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू‑कश्मीर में बादल फटने का डर लोगों को सताए हुए है.
इस बीच, दिल्ली में खतरे जैसी चेतावनी नहीं जारी की गई है, हालांकि यमुना का जलस्तर बढ़ने से सतर्कता बनी हुई है. उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना कम हो रही है और वहां उमस तथा गर्मी बढ़ रही है. वहीं बिहार और दक्षिण भारत में कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
पहाड़ी इलाकों में मॉनसून का असर
हाल ही के दिनों में पहाड़ी क्षेत्रों-जैसे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू‑कश्मीर में मॉनसून की रफ्तार तेज बनी हुई है. कई स्थानों पर जोरदार वर्षा, जलोढ़ प्रवाह और बादल फटने जैसे खतरनाक प्राकृतिक घटनाओं ने स्थानीय लोगों की चिंताओं को बढ़ाया है. हाल की घटनाएं लोगों को सतर्क रहने पर मजबूर कर रही हैं. प्रदेशों के आपदा प्रबंधन तंत्र अलर्ट पर हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाई जा रही है.
मैदानी इलाकों में बारिश में कमी
उधर, मैदानी इलाकों में मॉनसून अब कमजोर पड़ने लगा है. बारिश का सिलसिला क्रमशः कम हुआ है, जिससे मौसम में गर्मी और उमस बढ़ रही है. विशेषकर पश्चिमी व पूर्वी यूपी के कई इलाकों में दिन में तेज धूप और रात में चिपचिपी गर्मी अधिक महसूस की जा रही है. यह बदलाव लोगों के लिए असहज हो गया है, लेकिन भारी वर्षा की कमी ने राहत और जलभराव की स्थिति में कमी ला दी है.
दिल्ली का मौजूदा हाल
दिल्ली में आज, यानी 18 अगस्त, मौसम विभाग ने किसी भी तरह की गंभीर चेतावनी जारी नहीं की है. कुल मिलाकर, बारिश की संभावना कम बताई जा रही है. हालांकि, देर शाम मौसम के अचानक बदलने की आशंका भी बनी हुई है. पिछले कुछ दिनों में लगातार बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ था. विशेषकर निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जिससे नगरीय सुरक्षा में सफाई से काम किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश: उमस, गर्मी और थोड़ी बहुत आशंका
उत्तर प्रदेश में मूसलाधार बारिश की संभावना फिलहाल दूर लग रही है. मौसम विभाग के अनुसार अगले 72 घंटों में कहीं भी भारी वर्षा होने की संभावना नहीं जताई गई है.
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18 अगस्त को पश्चिमी राज्यों के कुछ जिलों और पूर्वी यूपी के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी या गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है, लेकिन यह बेहद सीमित रहेगी.
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19 और 20 अगस्त को भी पश्चिमी से लेकर पूर्वी यूपी तक कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना बन रही है.
इस बीच, गर्मी और उमस लोगों को अधिक परेशान कर रही है, खासकर दिन की गर्मी और रात की नमी के कारण राहत बहुत कम मिल रही है.
बिहार में बदला मौसम, भारी बारिश की चेतावनी
बिहार में 18 अगस्त को मौसम फिर बिगड़ने वाला है. मौसम विभाग, पटना ने पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज और पूर्णिया जिलों के लिए भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है. लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने के लिए निर्देशित किया गया है ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके.
उत्तराखंड में येलो अलर्ट और सतर्कता
उत्तराखंड के मौसम विज्ञान केंद्र ने पौड़ी, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और नैनीताल जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. अन्य जिलों में भी गरज-चमक, आकाशीय बिजली और तेज दौरों के साथ तीव्र बारिश हो सकती है. देहरादून में आज आंशिक बादल रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश का दौर बन सकता है. मंगलवार को भी कहीं‑कहीं भारी बारिश की आशंका बनी रहेगी.
राजस्थान में मॉनसून का पुनरुद्धार
राजस्थान में मॉनसून फिर से सक्रिय हुआ है. कुछ दिनों तक यहां कम बारिश के कारण तेज धूप, गर्मी और लोगों के लिए असहज हालात बने रहे. लेकिन मौसमी प्रणालियों में बदलाव से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले दिनों में राजस्थान के कई हिस्सों में बारिश होने की उम्मीद है, जिससे राहत मिलने की संभावना बनी हुई है.
दक्षिण भारत में बारिश का अंदेशा
भारत मौसम विज्ञान विभाग की जानकारी के अनुसार, 18 अगस्त को तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यानम तथा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है. साथ ही, 18-20 अगस्त की अवधि में केरल और माहे में भी कई स्थानों पर बहुत भारी वर्षा हो सकती है. इससे वहां के लोग और प्रशासन दोनों सतर्क हैं.