केरल में मानसून के प्रवेश के बावजूद अभी गर्मी से राहत नहीं मिली है. देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को बेहाल कर रखा है. आज नौतपा अंतिम सांसे गिन रहा है और उम्मीद है कि यह उमस जल्द ही तेज बरसात का रूप ले लेगी.
बादलों की आंख मिचौली ने बढ़ाई बेचैनी
अभी तो आलम यह है कि देश के कई शहरों में तापमान 42 डिग्री के आसपास है. बादलों की आंख मिचौली ने लोगों की बेचैनी बढ़ा दी है. मानसून (Monsoon) पूर्व की गतिविधियां शुरू हो गई है. हवा में नमी बढ़ गई है और उमस भी .
फिर खिलेगी किसानों के चेहरे पर मुस्कान
दक्षिण पश्चिम मानसून (monsoon) धीरे-धीरे देश भर में पांव पसारने की तैयारी कर रहा है और इसी से यह उम्मीद जागी है कि मानसून (monsoon) कुछ दिन में सारे देश में छा जाएगा और गर्मी से टूट चुकी धरती को जल की शीतल फुहार मिलेगी. फिर हरियाली मुस्कुरा उठेगी और हमारे हलधर के चेहरे पर भी मुस्कान खिल उठेगी.
आइए एक नजर डालते हैं देशभर में मानसून की स्थिति और इसके आगामी कार्यकलापों पर -
कैसा रहेगा दिल्ली का मौसम
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली (delhi weather) में आज आंशिक रूप से छाए बादल बारिश की उम्मीद जगाए रखेंगें. हालांकि तापमान में कोई विशेष कमी दर्ज नहीं होगी. मध्यम हवा के साथ शाम को दिल्ली के कुछ इलाकों में हल्की बरसात होने की उम्मीद है. देश के अन्य इलाकों की बात की जाए तो हम कह सकते हैं कि राजस्थान, दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में कुछ जगह पर लू का प्रकोप जारी रहेगा.
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शुष्क हवाओं ने बरपाया है कहर
देश के कुछ ऐसे क्षेत्र हैं हां शुष्क हवाओं ने लोगों की उम्मीदों पर पानी फेरने की ठान रखी है. इन हवाओं के कारण मौसम का मिजाज बदल गया है और जिन क्षेत्रों में इन हवाओं ने कब्जा जमाया है, वे चाहे मैदान हो या पहाड़, वहां गर्मी में कोई कमी नहीं आई है. यहां तक कि अपेक्षाकृत ठंडे कहे जाने वाले इलाकों में भी लू ने हाल बेहाल कर दिया है .
देहरादून के मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार पाकिस्तान से आ रही शुष्क हवाओं ने वातावरण से नमी खत्म कर दी है. हालांकि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बरसात होने की संभावना है लेकिन गर्मी से दीर्घकालीन राहत तो तभी मिलेगी जब बादल झमाझम बरसेंगे.
कहां होगी मानसून की मेहरबानी
अगले 24 से 48 घंटों की बात करें तो दक्षिण पश्चिम मानसून के कुछ आगे बढ़ने की संभावना है. यह मध्य अरब सागर के कुछ भागों, कर्नाटक के कुछ हिस्सों, गोवा और कोकण के कुछ हिस्सों, तमिल नाडु और बंगाल की खाड़ी के कुछ भागों और उत्तर पूर्व भारत में पश्चिमी बंगाल और सिक्किम में सक्रिय होता दिख रहा है.