मानसून में Kakoda ki Kheti से मालामाल बनेंगे किसान, जानें उन्नत किस्में और खेती का तरीका! ये हैं धान की 7 बायोफोर्टिफाइड किस्में, जिससे मिलेगी बंपर पैदावार दूध परिवहन के लिए सबसे सस्ता थ्री व्हीलर, जो उठा सकता है 600 KG से अधिक वजन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Karz maafi: राज्य सरकार की बड़ी पहल, किसानों का कर्ज होगा माफ, यहां जानें कैसे करें आवेदन Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Krishi DSS: फसलों के बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से सरकार ने लॉन्च किया कृषि निर्णय सहायता प्रणाली पोर्टल
Updated on: 7 June, 2022 12:56 PM IST
मानसून की धीमी पड़ी रफ्तार!

मानसून को लेकर यह कयास लगाया जा रहा था कि इस बार समय से पहले आने की उम्मीद है. हालाँकि मानसून का आगमन अपने अनुमानित समय से पहले हो चूका है लेकिन अब मानसून (monsoon) के गति में सुस्ती देखने की मिल रही है.

मिली जानकारी के मुताबिक मानसून की गति अरब सागर के पास कमजोर पड़ गई है, जिस वजह से मानसून देश के अलग-अलग हिस्सों में 6 दिनों की देरी से चल रही है. मानसून में हो रही देरी की वजह से इस बार बारिश में 38 % की कमी देखी जा रही है

उत्तर प्रदेश में क्या है मानसून का हाल? (condition of monsoon in Uttar Pradesh?)

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के बांदा और फतेहगढ़ सबसे गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान क्रमशः 46.8 डिग्री सेल्सियस और 46.4 डिग्री सेल्सियस मापा गया है. प्रदेश में मानसून के आगमन की बात की जाए तो राजधानी में प्री-मानसून (pre-monsoon) एक्टीविटी शुरू हो चुकी है. हालाँकि इन दिनों गर्मी का पारा अपने चरम पर है. इस बार उत्तर प्रदेश में 10 जून के आसपार मानसून के दस्तक देने की संभावना है.

बिहार में क्या है मानसून का हाल? (condition of monsoon in Bihar?)

बिहार में मौसम का हाल वहां के राजनितिक हाल के जैसा हो रखा है. कब क्या हो जाए यह कहना मुश्किल है. बिहार में आने वाले 2 दिनों तक लोगों को भीषण गर्मी की मार झेलनी पड़ेगी तो वहीँ बिहार के 10 जिले मधुबनी, दरभंगा, सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर में मेघ और बिजली चमकने के साथ हल्के से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है. जिसको लेकर इन जिलों में गुरुवार तक येलो-अलर्ट जारी किया गया है.

पंजाब-उत्तराखंड और अन्य राज्यों में मानसून का क्या है हाल? (condition of monsoon in Punjab-Uttarakhand and other states?)

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा समेत अन्य सटे राज्यों में लू चलने का अनुमान व्यक्त किया है. मौसम कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक आने वाले दो दिनों तक ओडिशा, उत्तर प्रदेश, जम्मू संभाग, हिमाचल, मध्य प्रदेश, विदर्भ और उत्तर झारखंड में लू चलने का अनुमान जताया है. दक्षिण-पश्चिम मानसून 29 मई को केरल पहुँच चूका था जिसके बाद अलग-अलग राज्यों में मानसून के दस्तक की उम्मीद लगाई जा रही है.

दिल्लीवासियों को कब मिलेगी भीषण गर्मी से राहत! (When will Delhiites get relief from scorching heat)

दिल्ली के लोगों को बीते 4-5 दिनों से गर्मी का प्रकोप लगातार झेलना पर रहा है. चिपचिपी गर्मी से परेशान लोग बेसब्री से मानसून का इंतज़ार कर रहे हैं. सोमवार को दिल्ली के कई इलाकों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना रहा. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक  पश्चिमी विक्षोभ के कारण सप्ताहांत में इस गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है.

ये भी पढ़ें: Today Weather: दिल्ली-एनसीआर समेत इन राज्यों का बढ़ेगा तापमान, जानें कब तक म‍िलेगी राहत

क्या है देश का हाल (condition of the country)

देश के कई इलाकों में इस वक़्त लोग बेसब्री से मानसून का इंतज़ार कर रहे हैं. किसानों की बात की जाए तो उनकी निर्भरता मानसून पर सबसे अधिक रहती है.

ऐसे में अगर समय पर मानसून ना पहुंचे तो किसान समय पर अपने फसलों की बुवाई करने के लिए दुसरे संसाधनों पर आश्रित होना पड़ता है. जिस वजह से उन्हें हर चीज़ के लिए अधिक खर्च के साथ-साथ अधिक समय भी देना पड़ जाता है. जो उनके और उनके आर्थिक हालात दोनों के लिए नुकसानदेह है.

English Summary: Monsoon 2022 slows down, will there be a delay in rains this year!
Published on: 07 June 2022, 01:00 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now