Groundnut Variety: जून में करें मूंगफली की इस किस्म की बुवाई, कम समय में मिलेगी प्रति एकड़ 25 क्विंटल तक उपज खुशखबरी! अब किसानों और पशुपालकों को डेयरी बिजनेस पर मिलेगा 35% अनुदान, जानें पूरी डिटेल Monsoon Update: राजस्थान में 20 जून से मानसून की एंट्री, जानिए दिल्ली-एनसीआर में कब शुरू होगी बरसात किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 31 March, 2021 11:16 AM IST
Weather Forecast Today

देशभर में मौसम  के मिजाज में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है. दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में लोगों को धूल भरी आंधी का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं,  कई राज्यों में बारिश और बर्फबरी की वजह से मौसम पूरी तरह बदल गया है.

मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों के दौरान भी मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल सकता है. वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान हिमालयी इलाकों वाले राज्यों के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की पूरी संभावना है. ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के अनुसार जानते हैं आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान-

देशभर में बने मौसमी सिस्टम

दक्षिण पूर्वी अरब सागर और इससे सटे हिन्द महासागर में भूमध्य पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इस सिस्टम के साथ ही मध्य ट्रोपो स्फीयर पर एक सर्कुलेशन बना हुआ है. दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इसके प्रभाव से एक निम्न दबाव का क्षेत्र अगले 24 घंटों में विकसित हो सकता है और उसके अगले 24 घंटों में यह सिस्टम और प्रभावी बन जाएगा. जम्मू कश्मीर और इससे सटे लद्दाख के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है. मध्य पाकिस्तान और इससे सटे पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है. पूर्वी उत्तर प्रदेश से बिहार के बीच एक ट्रफ रेखा भी बनी हुई है. इसके अलावा विदर्भ से तटीय कर्नाटक के बीच भी एक ट्रफ बनी हुई है.

अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि

अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालयी राज्यों पर मौसम की सक्रियता अपेक्षित है. आज रात तक तक पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और हल्की बर्फबारी जारी रहने की संभावना है. पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में इस समय बारिश हो रही है. पूर्वोत्तर राज्यों में पहली अप्रैल तक हल्की से मध्यम बारिश के साथ भारी से अति भारी बारिश के आसार हैं. कुछ हिस्सों में निचले इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ की भी आशंका है.  अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह पर भी अगले 3-4 दिनों तक मध्यम से भारी वर्षा की आशंका है.  अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह तथा इससे सटी दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में समुद्र की बढ़ी हलचल के कारण यहाँ से मछुआरों को दूर रहने की सलाह दी गई है.

केरल में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. राजस्थान के पश्चिमी भागों में हीट वेव (गर्म लू) की स्थिति जारी रहने की आशंका है. पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ और ओडिशा में भी एक-दो स्थानों पर लू जैसी स्थितियाँ बन सकती हैं. उत्तर-पश्चिमी दिशा से तेज़ हवाएँ चल रही हैं. 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यह हवाएँ अगले 3-4 दिनों तक जारी रहेंगी.

English Summary: Monsoon 2021: Know how long the weather will be bad and when will it rain?
Published on: 31 March 2021, 11:19 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now