मौसम के मिजाज में बदलाव का इंतजार कर रहे लोगों को अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा. चिलचिलाती धूप और लू के मार से फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है. यानि गर्मी का आलम अभी जैसा है वैसा ही कायम रहेगा. मौसम विभाग के अनुसार मानसून के आगे बढ़ने में देरी हो रही है इसके वजह से इस बार लोगों को गर्मी की मार कुछ ज्यादा झेलनी पड़ सकती है. क्योंकि समय से केरल पहुंचने वाला मानसून यहां पर ही अपनी तय समय सीमा से तक़रीबन एक सप्ताह देरी से पहुंचेगा. दरअसल हर साल 1 जून तक पहुंच जाने वाला मानसून इस बार केरल में 6 जून तक पहुंचेगा. ऐसे में मौसम के मिजाज में बदलाव का इंतजार कर रहे लोगों को अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा और इस बार मानसून अपनी निर्धारित समय अवधि से देरी से आएगा.
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
जम्मू - कश्मीर के उत्तरी हिस्सों और आसपास के उत्तरी पाकिस्तान के भागों के ऊपर, हवा के ट्रफ के रूप में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है. इस प्रणाली के कारण राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों और उससे सटे मध्य पाकिस्तान के भागों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर बिहार और उसके आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र असम के दक्षिणी हिस्सों में निचले भागों पर मौजूद है. एक पूर्वी-पश्चिमी ऊपरी वायु ट्रफ इस सिस्टम से होते हुए उत्तरी बिहार से लेकर मिजोरम तक फैला हुआ है. इसके अलावा एक ऊपरी वायु ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर बिहार से उत्तरी ओडिशा तक फैला हुआ है. रायलसीमा और उससे सटे तेलंगाना के हिस्सों पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय है. इसके अलावा, इस प्रणाली की वजह से एक ऊपरी वायु ट्रफ रेखा कोमोरिन क्षेत्र से होते हुए तमिलनाडु तक फैला हुआ है. एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र छत्तीसगढ़ और उससे सटे झारखंड में निचले स्तरों पर बना हुआ है.
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा और ओडिशा के उत्तरी भागों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज हुई. इसके अलावा इन राज्यों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश भी रिकॉर्ड हुई है. दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, केरल, खाड़ी द्वीप समूह और लक्षद्वीप के कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड हुई. इसके अलावा पश्चिमी हिमालय में भी अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ हल्की बौछारें पड़ीं. विदर्भ सहित मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, रायलसीमा, ओडिशा, झारखंड और मध्य प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों के भी कुछ स्थानों पर की स्थिति बनी रही. पिछले 24 घंटों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहा.
अगले 24 घंटों के दौरान संभावित मौसम
अगले 24 घंटों के दौरान, सिक्किम, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में गरज के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा और ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी. तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ ओडिशा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल, खाड़ी द्वीप समूह, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के पूर्वी हिस्सों और पश्चिमी हिमालय के ऊपरी हिस्सों में भी अलग-अलग स्थानों पर बारिश की संभावना है.विदर्भ के अधिकांश भागों के साथ-साथ मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, रायलसीमा, ओडिशा, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दक्षिणी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हीट वेव की स्थिति जारी रहेगी. देश के मध्य और उत्तर-पश्चिमी भागों में दिन के तापमान में वृद्धि के साथ शुष्क मौसम बनी रहेगी.
साभार: skymetweather.com