जहां एक ओर मानसून 2021 कई राज्यों पर मेहरबान है, वहीं दूसरी ओर इन दिनों कई राज्यों के लोग धूप की तपिश से झूलस रहे हैं. दरअसल गर्मी एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर में रिकॉर्ड बनाने की राह पर है.
मंगलवार का दिन 38 डिग्री सेल्सियस के साथ बीते 10 साल में सबसे गर्म दर्ज किया गया. वहीं इससे पहले वर्ष 2011 में अधिकतम पारा 38 डिग्री सेल्सियस रहा था. हालांकि, अगले 24 घंटे में मौसम के मिजाज में बदलाव होने की संभावना है.
दरअसल, मौसम विभाग के मुताबिक, बृहस्पतिवार से दिल्ली-एनसीआर में बारिश हो सकती है. वहीं पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ में भी बारिश की संभावना है. ये बारिश कम से कम अगले तीन से चार दिनों तक देश के पूर्वी हिस्सों में देखी जा सकती है.
ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक जानते हैं, आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान-
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
मानसून की अक्षीय रेखा का पश्चिमी सिरा अभी भी हिमालय की तलहटी के करीब चल रहा है, पूर्वी छोर हरदोई, गया, जमशेदपुर, दक्षिण उड़ीसा और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर बने हुए कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र से होते हुए पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर जा रहा है. दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है. संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है. यह ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण मध्य प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल कुछ,सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, शेष पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा और दक्षिण गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. आंतरिक तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, उत्तर प्रदेश के मध्य भाग और उत्तराखंड में हल्की बारिश संभव है.