Heatwave Alert: दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान समेत पूरा उत्तर भारत भीषण गर्मी की चपेट में है. लू और हीटवेव के कहर के सामने लोग बेबस नजर आ रहे हैं. भारत का बड़ा हिस्सा सोमवार को लगातार सातवें दिन लू की चपेट में रहा. वहीं राजस्थान के बाड़मेर में पारा 48.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस साल अब तक देश में दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान है. वहीं उत्तर भारत के आठ राज्यों में पारा 43 डिग्री से ऊपर बना हुआ है. गुजरात में भी पारा 45 के पार है.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में कम से कम 16 स्थानों पर सोमवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर दर्ज किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि प्रचंड गर्मी की लहर अभी कम से कम पांच दिनों तक और जारी रहेगी. राजस्थान में आसमान से आग बरस रही है. सोमवार को चुरू में अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस, फलोदी में 47.8 डिग्री और जैसलमेर में 47.2 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने 28 मई तक इन राज्यों में लू का अलर्ट जारी किया है.
मध्य प्रदेश और गुजरात में रिकॉर्ड तोड़ रहा पारा
मध्य प्रदेश के गुना में अधिकतम तापमान 46.6 डिग्री, गुजरात के अहमदाबाद में 45.9 डिग्री, उत्तर प्रदेश के उरई में 45 डिग्री, पंजाब के बठिंडा और हरियाणा के सिरसा में 45.4 डिग्री दर्ज किया गया. हालांकि, दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट आई लेकिन साल के इस समय के लिए यह सामान्य से एक डिग्री ऊपर रहा. आईएमडी ने कहा कि दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से 0.8 डिग्री अधिक 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
इन राज्यों में रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इसमें सभी उम्र के लोगों में गर्मी की बीमारी और हीटस्ट्रोक की "बहुत अधिक संभावना" पर जोर दिया गया है. इसमें कहा गया है कि रात में भी अगले तीन दिनों में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में गर्मी संबंधित तनाव को और बढ़ा सकती है. रात का उच्च तापमान खतरनाक माना जाता है क्योंकि इससे शरीर को ठंडा होने का मौका नहीं मिलता है. शहरीकरण के कारण शहरों में रात के समय गर्मी बढ़ना अधिक आम है, जिसमें मेट्रो क्षेत्र अपने आसपास के इलाकों की तुलना में काफी गर्म होते हैं.
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देश भर में मौसम प्रणाली
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक, 26 मई को मॉनसून दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, दक्षिण-पूर्व और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ा है. तटीय बांग्लादेश और आसपास के तटीय पश्चिम बंगाल पर एक गंभीर चक्रवात रेमल पिछले 6 घंटे के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग उत्तर की ओर बढ़ गया है और एक चक्रवात में कमजोर हो गया है. वहीं, 27 मई को सुबह 05:30 बजे देशांतर 89.3-डिग्री पूर्व, और 22.5 उत्तर अक्षांश के करीब पहुंच गया है। सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से लगभग 150 किलोमीटर उत्तर पूर्व, खेपुपारा (बांग्लादेश) से 110 किलोमीटर उत्तर पश्चिम, कैनिंग (पश्चिम बंगाल) से 70 किलोमीटर उत्तर पूर्व. यह मौसम प्रणाली शुरू में उत्तर-पूर्व की ओर और उसके बाद उत्तर-पूर्व दिशा की ओर बढ़ सकती है और आगे कमजोर हो सकती है.
पश्चिमी विक्षोभ निचली क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में अपनी धुरी के साथ समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर है, जो अब मोटे तौर पर 74 डिग्री पूर्व देशांतर और 34 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में चल रहा है. उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिणपूर्व राजस्थान पर है.
इन राज्यों में बरसेंगे बादल
अगले 24 घंटे के दौरान, बांग्लादेश और पूर्वोत्तर भारत में मध्यम बारिश और गरज के साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है. केरल, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम बारिश और गरज के साथ कुछ भारी से बहुत भारी बारिश की उम्मीद है. वहीं, तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके अलावा, कोंकण और गोवा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड और उत्तरी ओडिशा में हल्की बारिश संभव है.