Aaj Ka Mausam: देश के इन 3 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें अगले 4 दिन कैसा रहेगा मौसम? PM Kusum Yojana से मिलेगी सस्ती बिजली, राज्य सरकार करेंगे प्रति मेगावाट 45 लाख रुपए तक की मदद! जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 4 April, 2019 5:16 PM IST

मौसम में लगातार हो रहे बदलाव से होने वाले फसल नुकसान को रोकने के लिए भारत सरकार ने  'पायलट प्रोजेक्ट' के अंतर्गत  ग्रामीण कृषि मौसम सेवा योजना की शुरुआत की है. इसके लिए पृथ्वी प्रणाली विज्ञान संगठन (इएसएसओ ISSO), भारतीय मौसम विभाग (IMD), की ग्रामीण कृषि मौसम सेवा (GKMS) कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से अब फेसबुक एवं ट्विटर पर मौसम की पूर्व जानकारी शेयर की जाएगी. गौरतलब है कि कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से इसके दायरे को और अधिक बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है. जिससे अधिक संख्या में किसानों तक मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी पहुंचाई जा सके.

इस माध्यम से भी दी जा रही जानकारी

आपको बता दे कि नवंबर 2018 में ही 'कृषि विज्ञान केंद्र' ने ग्रामीण कृषि मौसम सेवा योजना की शुरुआत की थी. इसके शुरुआती दौर में किसानों तक मौसम की पूर्व जानकारी प्रिट, विजुअल, रेडियो, आइटी अधारित लघु संदेश सेवा (एसएमएस) इंटीग्रेटेड वॉयस रिस्पांस सिस्टम (IBRS) के अलावा किसानों के व्हाट्सएप्प एवं इमेल पर दी जा रही थी. इसके लिए हप्ते में दो दिन मंगलवार एवं शुक्रवार को मौसम बुलेटिन भी जारी किया जा रहा है. जिससे मौसम में होने वाले बदलाव से पहले ही किसान अपने फसल के बचाव के लिए उचित प्रबंध कर सकें.  इसका धरातल पर कभी फायदा भी हुआ है और  फसल नुकसान में  कमी आ रही है.

किसानों को दी गई सलाह

'कृषि विज्ञान केंद्र' के तरफ से मंगलवार को जारी मौसम बुलेटिन के अनुसार,  इस हप्ते के अंत तक हल्की बारिश होने के आसार है. कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को पके हुए गेहूं, दलहन और तिलहन फसलों की कटाई पूरी कर लेने की सलाह दी है. चना में फली छेदक कीट दिखाई देने पर उसके रोकथाम के लिए 2 मिली ली0 प्रोफेनोफस को 1 ली0 पानी में मिलाकर छिड़काव करें. जो किसान अभी तक मूंग की बुवाई नहीं कर पाये हैं, वे मूंग के उन्नत प्रभेद एचयूएम-16, पूसा विशाल, सम्राट एवं एसएमएल-668 के 30 किलोग्राम बीज प्रति हेक्टेयर की दर से 30 गुणा10 सेमी की दूरी पर लगाएं.

जुबुली साहू, मौसम वैज्ञानिक, केविके

English Summary: get information of weather news on twitter and facebook
Published on: 04 April 2019, 05:22 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now