Heatwave Alert: दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत गर्मी की चपेट में है. राजधानी दिल्ली में पारा 48 डिग्री के पार है. गर्मी बढ़ने से हीट स्टोक का खतरा बढ़ गया है. राजस्थान में हालात और भी खराब है. वहां पारा 49 डिग्री के पार है यानी 50 डिग्री के बेहद करीब. पश्चिमी यूपी, हरियाणा, मध्य प्रेदेश के भी कुछ जिलों में हालात यही हैं. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में कम से कम 16 स्थानों पर मंगलवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर दर्ज किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि प्रचंड गर्मी की लहर अभी कम से कम दो दिनों तक और जारी रहेगी. मौसम विभाग ने 30 मई तक इन राज्यों में लू का अलर्ट जारी किया है.
इन राज्यों में रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इसमें सभी उम्र के लोगों में गर्मी की बीमारी और हीटस्ट्रोक की "बहुत अधिक संभावना" पर जोर दिया गया है. इसमें कहा गया है कि रात में भी अगले तीन दिनों में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में गर्मी संबंधित तनाव को और बढ़ा सकती है. रात का उच्च तापमान खतरनाक माना जाता है क्योंकि इससे शरीर को ठंडा होने का मौका नहीं मिलता है. शहरीकरण के कारण शहरों में रात के समय गर्मी बढ़ना अधिक आम है, जिसमें मेट्रो क्षेत्र अपने आसपास के इलाकों की तुलना में काफी गर्म होते हैं.
देश भर में मौसम प्रणाली
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अगले 5 दिनों के दौरान केरल में मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अब अनुकूल हैं. बांग्लादेश के ऊपर बना गहरा डिप्रेशन (चक्रवाती तूफान रेमल के अवशेष) पूर्व उत्तर-पूर्व दिशा में आगे बढ़ गया है. पूर्वी बांग्लादेश के ऊपर अक्षांश 24.4 उत्तर और देशांतर 91.1 पूर्व ऊपर एक डिप्रेशन के रूप में बना हुआ है, यह सिलचर (असम) से लगभग 170 किमी पश्चिम दक्षिण-पश्चिम में, मोंगला (बांग्लादेश) के 260 किमी उत्तर-पूर्व , श्रीमंगल (बांग्लादेश) से 60 किमी पश्चिम दक्षिण पश्चिम, और ढाका (बांग्लादेश) से 100 किमी उत्तरपूर्व में बना हुआ है.
इस सिस्टम के 29 मई की शाम तक पूर्व उत्तर पूर्व दिशा क्षेत्र में आगे बढ़ने की संभावना है और यह धीरे-धीरे और कमजोर हो जाएगा. उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. वहीं, उत्तर पूर्वी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर राजस्थान के ऊपर बने हुए चक्रवाती परिसंचरण से होते हुए निचले स्तर पर मध्य प्रदेश से होते हुए उत्तरी छत्तीसगढ़ तक फैली हुई है.
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इन राज्यों में बरसेंगे बादल
अगले 24 घंटे के दौरान, 29 मई को पूर्वोत्तर भारत, लक्षद्वीप, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप में मध्यम से भारी बारिश संभव है. तटीय कर्नाटक और उत्तर-पूर्वी बिहार में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. वहीं, तमिलनाडु, कोंकण और गोवा और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश संभव है. 29 और 30 मई को पश्चिमी हिमालय में छिटपुट हल्की बारिश संभव है.