Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 23 September, 2019 10:27 AM IST

पूर्व-मध्य और उत्तर-पूर्व अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब गुजरात में वेरावल से पश्चिम-दक्षिण तट से लगभग 170 किलोमीटर दूर है. मौसम विभाग आईएमडी के मुताबिक, अगले 24 घंटे में यह चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा और 72 घंटे बाद ओमान तट की ओर बढ़ जाएगा. मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में चक्रवाती तूफान से कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार है और अगले 24 घंटे के दौरान तटीय जिलों के दूरदराज के क्षेत्रों में भारी बारिश होने का अनुमान है. गौरतलब है कि इसके मद्देनजर मौसम विभाग की ओर से मछुआरों को यह सलाह दी गई है कि वे अगले 48 घंटे के दौरान पूर्व-मध्य और आसपास के उत्तर-पूर्वी अरब सागर और गुजरात तट पर न जायें. क्योंकि, समुद्र में 45-55 किलोमीटर प्रतिघंटे से 65 किलोमीटर प्रतिघंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलने से स्थिति काफी बड़ी हो सकती है. ऐसे में आइए जानते है निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक जानते है देशभर में अगले 24 घंटे के दौरान किस तरह की मौसमी गतिविधियां रह सकती है.

देश भर में बने मौसमी सिस्टम

एक गहरे निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर-पूर्वी अरब सागर में दक्षिणी गुजरात के तटों के पास बना हुआ है. बंगाल की खाड़ी में उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय भागों के पास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दिखाई दे रहा है. एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के उत्तरी भागों पर है. हालांकि यह बहुत प्रभावी नहीं है. उत्तराखंड से पूर्वी राजस्थान तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है. पूर्वी असम पर भी एक चक्रवाती क्षेत्र हवाओं में दिखाई दे रहा है.

पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल

पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, तेलंगाना और रायलसीमा में कई जगहों पर हल्की से मध्यम जबकि कुछ स्थानों पर भारी बारिश बारिश हुई. उत्तर प्रदेश, दिल्ली, दक्षिणी हरियाणा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, कोंकण गोवा, तमिलनाडु, केरल, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में भी कुछ स्थानों पर गरज के साथ मध्यम बारिश हुई है. इन भागों में एक-दो जगह अच्छी वर्षा दर्ज की गई. पूर्वोत्तर राज्यों, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और लक्षद्वीप में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई है. हिमाचल प्रदेश में भी एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई. असम, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, गुजरात के बाकी हिस्सों, दक्षिणी तमिलनाडु, शेष हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में मॉनसून कमजोर रहा और कम बारिश देखने को मिली.

अगले 24 घंटों के दौरान संभावित मौसम

अगले 24 घंटों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर जबकि पूर्वोत्तर राज्यों, पूर्वी बिहार, मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, तेलंगाना, रायलसीमा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है. पूर्वी राजस्थान, शेष छत्तीसगढ़, मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, शेष पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा, आंध्र प्रदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बौछारें गिरने के आसार हैं. उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, कोंकण गोवा, दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा के आंतरिक भागों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश में कुछ जगहों पर हल्की वर्षा हो सकती है. पश्चिम राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब व जम्मू कश्मीर में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं.

English Summary: cyclonic storm in Gujarat within 12 hours, Meteorological Department issued alert
Published on: 23 September 2019, 10:34 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now