आंध्र प्रदेश में चक्रवात ‘मोंथा’ ने तट से टकराना शुरू कर दिया है. मौसम विभाग के अनुसार, यह तूफान तेजी से एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. तटीय जिलों में तेज हवाएं और भारी बारिश शुरू हो चुकी है. अनुमान है कि यह चक्रवात 28 अक्टूबर की शाम या रात तक काकीनाडा के पास आंध्र प्रदेश के तट को पार करेगा. प्रशासन ने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं. सेना समेत सभी विभाग हाई अलर्ट पर हैं.
180 पुनर्वास केंद्र तैयार किए गए हैं और हालात पर निगरानी रखने के लिए 24 ड्रोन तैनात किए गए हैं. तटीय क्षेत्रों से मछुआरों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. ऐसे में आइए देशभर का मौसम पूर्वानुमान जानते हैं-
आंध्र प्रदेश में अलर्ट पर प्रशासन
आंध्र प्रदेश के कई तटीय जिलों में चक्रवात ‘मोंथा’ का प्रभाव साफ दिखाई देने लगा है. विशाखापत्तनम, काकीनाडा, और नेल्लोर जिलों में तेज हवाएं चल रही हैं. समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगी हैं, जिससे तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. प्रशासन ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें तैनात की हैं. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 24 घंटे राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. बिजली आपूर्ति और संचार तंत्र पर भी असर पड़ने की आशंका है.
देश के 9 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का असर केवल आंध्र प्रदेश तक सीमित नहीं रहेगा. इसके प्रभाव से देश के 9 राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. इनमें आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ शामिल हैं. इन राज्यों में अगले दो दिनों तक बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी रह सकता है.
किसानों को फसलों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है. वहीं तटीय इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने के निर्देश जारी किए गए हैं.
सेना और राहत बलों की तैनाती
चक्रवात के संभावित खतरे को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों ने संयुक्त रूप से तैयारी कर ली है. आंध्र प्रदेश प्रशासन ने बताया कि सेना, नौसेना और वायुसेना को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर राहत एवं बचाव कार्य तेजी से शुरू किए जा सकें. राहत सामग्री, दवाइयां, भोजन और पानी की व्यवस्था पहले से ही कर ली गई है. कई स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित की गई है. स्थानीय रेड क्रॉस और स्वयंसेवी संगठनों को भी आपातकालीन सेवाओं में लगाया गया है.
दिल्ली में तापमान में गिरावट, बारिश के आसार नहीं
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चक्रवात का कोई प्रत्यक्ष असर नहीं दिखाई देगा. मौसम विभाग के अनुसार, आज यानी 28 अक्टूबर को बारिश की संभावना नहीं है. हालांकि, सुबह और शाम के समय तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है.
दिल्ली में आज अधिकतम तापमान लगभग 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. ठंडी हवाओं के कारण लोगों को हल्की सर्दी महसूस हो सकती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को बदलते मौसम में सावधानी बरतने की सलाह दी है.
उत्तराखंड में हल्की बारिश की संभावना
उत्तराखंड में चक्रवात ‘मोंथा’ का असर नहीं पहुंचेगा, लेकिन राज्य के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है. पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिलों में कहीं-कहीं बादल छाने और बूंदाबांदी की संभावना है.
मौसम विभाग ने बताया कि अगले कुछ दिनों में तापमान में तेजी से गिरावट देखी जाएगी. देहरादून में आज अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. पहाड़ी क्षेत्रों में रात के समय ठंड और बढ़ सकती है.
हिमाचल प्रदेश में साफ रहेगा मौसम
हिमाचल प्रदेश में इस समय मौसम साफ रहने की उम्मीद है. मौसम विभाग के अनुसार, 2 नवंबर तक राज्य में कोई बड़ी मौसमी गतिविधि नहीं होगी. शिमला, कुल्लू, मनाली और धर्मशाला में धूप खिली रहेगी.
आज शिमला में अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. हालांकि, रात के समय ठंड बढ़ने लगेगी. पर्यटन स्थलों पर मौसम सुहावना होने से सैलानियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.
किसानों और आम जनता के लिए सतर्कता जरूरी
मौसम विभाग ने किसानों से आग्रह किया है कि वे अपनी तैयार फसलों को सुरक्षित स्थान पर रख लें, क्योंकि तेज हवाओं और बारिश से नुकसान हो सकता है. वहीं तटीय इलाकों के लोगों को प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है. बिजली आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में वैकल्पिक इंतजाम रखने को कहा गया है.