कोरोना-19 के बढ़ते खतरे के बीच भारतीय किसानों के लिए एक अच्छी खबर आ रही है. दरअसल बिहार में इस बार तय समय पर मानसून आने की संभावना है. मौसम विभाग ने मौसम की गतिविधियों के मद्देनजर भविष्यवाणी की है कि जून के मध्य में बिहार में मानसून (Monsoon) की बारिश शुरू हो जाएगी.
वही सितंबर में मध्य प्रदेश और देश के पश्चिमी क्षेत्रों जैसे महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में अच्छी बारिश होने की संभावना है. गौरतलब है कि अगर अनुमान के मुताबिक इस बार मानसून समय पर आ जाता है, तो अच्छे मानसून से खेती पर भी असर पड़ेगा और किसान भाइयों के लिए खेती लाभकारी साबित हो सकती है...! ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के अनुसार जानते हैं आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान-
देशभर में बने मौसमी सिस्टम
उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ देखा जा सकता है, यह 27 अप्रैल को पश्चिमी हिमालय पर पहुंच जाएगा. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश के ऊपर है. एक निम्न कबाब की रेखा उपरोक्त चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से तमिलनाडु के दक्षिणी तट तक विदर्भ, तेलंगाना, रायलसीमा और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक होते हुए जा रही है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बांग्लादेश के ऊपर बना हुआ है और इस चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से झारखंड और छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ तक एक निम्न दबाव की रेखा जा रही है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्वी भागों में उत्तरी तमिलनाडु तथा उससे सटे दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट के आसपास बना हुआ है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, केरल, कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, मराठवाड़ा और अरुणाचल प्रदेश के भागों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ एक-दो स्थानों पर बारिश होने की संभावना है.
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गुजरात के कुछ हिस्सों और पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश होने की उम्मीद है. उत्तर पश्चिम भारत में दिन का तापमान और बढ़ सकता है.