जहां एक तरफ पूर्वी इक्वेटोरियल हिंद महासागर और दक्षिण अंडमान से सटे इलाकों में चक्रवाती तूफान की स्थिति बनी हुई है. वहीं दूसरी तरफ बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और दक्षिण अंडमान द्वीप समूह के पास के इलाकों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं शुरू होकर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. इन सब परिस्थितियों की वजह से हिंद महासागर में भूमध्य रेखा और इससे सटे दक्षिणी अंडमान सागर पर एक नया चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुई है. इसकी वजह से 29 नवंबर को यहां एक नया कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने के आसार हैं.
देश के किन हिस्सों में होगी भारी बारिश?
अगले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कई जगह हल्की से मध्य बारिश होने की संभावना है, तो वहीं कुछ जगह भारी बरसात भी हो सकती है. इसके अलावा रायलसीमा, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी कहीं-कहीं बादल बरसेंगे. इतना ही नहीं, तमिलनाडु और पुडुचेरी में 1 और 2 दिसंबर को अधिकतर स्थानों पर बारिश होगी. 29 और 30 नवंबर को केरल के कुछ हिस्सों में वर्षा संभव है.
शीतलहर, तापमान और बर्फबारी
जम्म-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर बर्फबारी हो रही है, यहां से आने वाली ठंडी हवाओं का असर उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में साफ-साफ देखा जा सकता है. एक-दो दिन में उत्तर और मध्य भारत के कुछ इलाकों में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है. पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में कुछ जगह शीतलहर चलने के आसार हैं. वहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी कहीं-कहीं शीतलहर चलेगी.