सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 4 September, 2021 8:29 PM IST
Benefits Of Compost

व्यापार कई प्रकार के होते हैं और उनके बजट के अनुसार ही लाभ भी मिलता है. अगर आपके पास इतना धन नही है कि आप बड़ा व्यापार कर सकें, तो उसके लिए आज हम आपको एक ऐसा बिजनेस का सुझाव देने जा रहे हैं जिसमें आपकी लागत कम होगी,  लेकिन मुनाफा अच्छा कमा सकते हैं. हम बात कर रहे हैं वर्मी कम्पोस्ट बिजनेस यानि केंचुआ खाद बनाने का बिजनेस. आइये जानते हैं वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने की क्रिया और उससे होने वाला मुनाफा.

वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए जरूरी वस्तु (Items Needed to Make Vermi Compost)

  • गोबर परली

  • जूट के बोरे

  • केंचुआ

  • पौधों के अवशेष

  • नीम के पत्ते

वर्मी कम्पोस्ट बनाने की विधि (How to Make Vermi Compost)

  • वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए सबसे पहले आपको एक प्लास्टिक बैग की जरूरत पड़ेगी. आप चाहें तो इसकी जगह तिरपाल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.

  • जमीन में इसको बिछा दें.

  • इसको बिछाने के बाद इसमें पौधों के अवशेष यानि पौधों के सूखे पत्ते डाल दें.

  • इसके बाद इसमें नीम के पत्ते मिला दें, नीम का इस्तेमाल इसलिए कह रहे हैं क्योंकि नीम में पाए जाने औषधीय गुण, पौधों में होने वली बीमारियों से निजात दिलाता है.

  • अब इसके ऊपर में पुराना यानि 8 – 10 दिन रखा हुआ गोबर की परत चढ़ा दें. ध्यान रखें कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए ताज़ा गोबर का उपयोग नही करते हैं.

  • इस तरह से आपका केंचुआ खाद का बेड तैयार हो गया. जो लगभग 2 से 3 फुट की चौड़ाई और 1 फुट की ऊंचाई वाला बन कर तैयार होगा.

  • अब आप इसमें केंचुआ डाल दें, बता दें कि 1 मीटर वर्ग में 250 केंचुए की आवश्यकता होती है. लेकिन जितना ज्यादा-ज्यादा केंचुए का उपयोग करेंगे आपका वर्मी खाद उतनी ही जल्दी तैयार होगी.

  • इस तैयार बेड को जूट के बोर से ढक दें.

  • समय-समय पर पानी का छिडकाव करें. इसका तापमान आपको 25 से 30 डिग्री रखना है.

  • आपको 70-80 दिन तक आपको इसकी नमी को बनाये रखना है. इसके बाद आपको यह क्रिया बंद कर देंगी.

वर्मी कम्पोस्ट को उपयोग करने के फायदे (Benefits Of Using Vermi Compost)

  • इसमें सभी प्रकार के पोषक तत्व, हार्मोन्स व जैम भी पाये जाते हैं. जबकि उर्वरकों में केवल नाइट्रोजन, फास्फोरस तथा पोटाश ही मिलते हैं.

  • केचुए के खाद का प्रभाव खेत में ज्यादा दिन तक बना रहता है और पौधों को पोषक तत्व मिला करता है जबकि उर्वरक का प्रभाव शीघ्र ही ख़त्म हो जाता है.

  • इससे भूमि जल्दी बंजर नही होगी, जबकि उर्वरक से जल्दी बंजर हो जाती है.

  • फसलों के आकार, रंग, चमक तथा स्वाद में सुधार होता है, जमीन की उत्पादन क्षमता बढ़ती है, फल स्वरूप उत्पाद गुणवत्ता में भी वृद्धि होती है

कितनी होगी कमाई (How Much Will You Earn)

वर्मी कंपोस्ट खाद फसल के लिए बहुत लाभदायी होती है. इसलिए इसकी बाज़ार में मांग भी बहुत है. इसको बेचने के लिए आप अपना सारा कंपोस्ट किसी कंपनी को या बड़े व्यापारी को टन के हिसाब से बिना पैकेजिंग के ही बेच सकते हैं. ऐसे में यदि आप अपनी खाद महज 10 रुपये किलो के हिसाब से भी बेचते हैं, तो आपको प्रति किलो पर 6.5 रुपये का मुनाफा होगा यानी 50 टन खाद से आपकी 3.25 लाख रुपये की कमाई होगी.

ऐसे ही कृषि से जुडी सभी खबरें जानने और पढने के लिए जुड़े रहिये कृषि जागरण हिंदी पोर्टल से.

English Summary: vermi compost fertilizer will earn good money in less cost
Published on: 04 September 2021, 08:42 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now