आज से ठीक एक साल पहले महाराष्ट्र की रहने वाली सुमन धामने एक आम महिला थी, लेकिन आज वो इंटरनेट सेंसेशन बनी हुई हैं. कुछ महीनों पहले तक घर की कमाई में उनका कोई हाथ नहीं था, लेकिन आज घर की हर जरूरतों को पूरा करने में उनका बड़ा योगदान है. अहमदनगर की रहने वाली सुमन आज प्रदेश में सभी महिलाओं की प्रेरणा बनी हुई, चलिए आपको बताते हैं कि कैसे एक ही साल में सुमन आम से खास बन गई.
पकवानों के वीडियो से मिली लोकप्रियता
दरअसल सुमन पारंपरिक मराठी भोजन बनाकर उन्हें सोशल मीडिया पर डालती है. उनके वीडियो को लाखों लोग देखते हुए पकवान बनाना सीखते हैं. बता दें कि सुमन को हिंदी बोलना या समझना नहीं आता, वो बस मराठी में वीडियो बनाती है. लेकिन फिर भी उनका हर वीडियो लाखों में देखा और शेयर किया जाता है. अभी तक सुमन 150 से अधिक पकवानों का वीडियो बना चुकी है. अभी हाल ही में उन्हें यूट्यूब ने “सिल्वर प्ले बटन प्राइस इन इंडिया” के अवार्ड से सम्मानित किया है.
लोग करते हैं सम्मान
सुमन के यूट्यूब चैनल को उनके पोते यश पाठक हैंडल करते हैं, वो बताते हैं कि परिवार में कभी किसी ने नहीं सोचा था कि हम लोगों को किसी सेलिब्रिटी की तरह सम्मान मिलेगा. दादी जहां भी जाती है, कोई न कोई उन्हें मिल ही जाता है, जो उनका प्रशंसक होता है.
इस तरह आया चैनल बनाने का विचार
यूट्यूब चैनल बनाने का ख्याल किस तरह आया, इस सवाल के जवाब में यश कहते हैं कि एक दिन मजाक में ही हमने दादी को पाव भाजी रेसिपी के वीडियो दिखाए, तो दादी ने कहा इस से बढ़िया पाव भाजी मैं बना सकती हूं. हमने भी कह दिया तो कभी खिलाइये बनाकर, बस फिर क्या था, दादी ने दूसरे ही दिन पाव भाजी बनाकर हम सबको खिलाया. पाव भाजी सचमुच बहुत अच्छी बनी थी और हमने तय किया कि क्यों न यूट्यूब पर एक चैनल बनाया जाए.
इसलिए सुमन का चैनल है लोकप्रिय
सुमन का परिवार कहता है कि वैसे तो यूट्यूब पर आज हजारों चैनल हैं, लेकिन दादी को लोग इसलिए पसंद करते हैं, क्योंकि वो मराठी में ही व्यंजन बनाना लोगों को सीखाती है. अपनी बातो को कहने के लिए वो सरल, साफ और आसान भाषा का उपयोग करती है. उनकी बाते लोगों को समझ आती है. आज के समय में सुमन अन्य राज्यों के भोजन भी घर में सीख रही है, जल्दी ही वो उन्हें शेयर करेंगी.