महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने किया Tractor Ke Khiladi प्रतियोगिता का आयोजन, तीन किसानों ने जीता 51 हजार रुपये तक का इनाम Mandi Bhav: गेहूं की कीमतों में गिरावट, लेकिन दाम MSP से ऊपर, इस मंडी में 6 हजार पहुंचा भाव IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 29 March, 2020 4:57 PM IST

“कोशिश करने से मुश्किल आसान होती है, पल में हवाए पूरब से पश्चिम होती है” इस बात को सार्थक कर दिखाया है बिहार की रहने वाली राजकुमारी देवी ने. राजकुमारी देवी मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की रहने वाली है. सरैया क्षेत्र से उन्होंने अचार एवं मुरब्बे बेचने का काम शुरू किया था. आज पूरा देश उनके हाथों से बने अचार और मुरब्बे का दिवाना है. कोई भी बड़े ट्रेड की कामयाबी बिना राजकुमारी के उदाहरण के पूरी नहीं होती. लोगों को बस एक बार पता लग जाए कि किसी जगह पर राजकुमारी जी द्वारा बनाए अचार और मुरब्बे मिल रहे हैं, फिर क्या मजाल कि वो खाली रह जाए.

शून्य से सफर की शुरूआत करने वाली एक सामान्य महिला आज देश की किसान चाची है. चलिए आज हम आपको बताते हैं कि गांव-गांव में साइकिल से घूमकर अचार बेचने वाली राजकुमारी कैसे लाखों महिलाओं शिक्षा और काम के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं.

ऐसे शुरू हुआ सफर

राजकुमारी देवी बताती हैं “कभी सोचा नहीं था कि देश से इतना मान-सम्मान मिलेगा. वर्षों पहले अचार और आटा बनाकर बेचने का काम शुरू किया था. पैसों का अभाव था. समाज किसी औरत को काम करते देख नहीं सकता, जाहिर सी बात है ये परेशानी मुझे भी आई.” राजकुमारी के मुताबिक आम लोग यही सोचते हैं कि अचार के बिजनेस में कोई खास मुनाफा नहीं है, लेकिन किसी भी काम को सही योजना के साथ शुरू किया जाए तो परिणाम अच्छा ही आता है.

परिवार को देती है श्रेय

राजकुमारी कहती है कि आगे बढ़ने के लिए मन में लगन होनी चाहिए. परिवार का साथ अगर प्राप्त हो तो मुश्किलों से लड़ने की हिम्मत मिलती है. आगे बढ़ने में उनके पति एवं परिवार ने बहुत सहयोग किया. राजकुमारी कहती हैं पुरषों को महिलाओं को आगे बढ़ाने में सहायता करनी चाहिए. आज के समय में दोनों का काम करना जरूरी है, क्योंकि महंगाई बहुत बढ़ गई है.

विदेशी कंपनियां नहीं कर सकती मुकाबला

राजकुमारी का मानना है कि किसी भी कामयाबी का मूल मंत्र गुणवत्ता है. उनके उत्पाद लोगों को इसलिए पसंद आते हैं क्योंकि वो शुद्द और गुणवत्ता में सर्वोत्तम हैं. उनका मानना है कि बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों में बनने वाले अचार उनका मुकाबला नहीं कर सकते, क्योंकि वो सिर्फ पैसा कमाने के लिए अचार का निर्माण कर रहे हैं. उनके द्वारा बनाए गए अचार सस्ता होने के कारण समाजे के हर वर्ग की पहुंच में है.

English Summary: this is how rajkumari became from a comman women to kissan chachi
Published on: 29 March 2020, 05:00 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now