मानसून में Kakoda ki Kheti से मालामाल बनेंगे किसान, जानें उन्नत किस्में और खेती का तरीका! ये हैं धान की 7 बायोफोर्टिफाइड किस्में, जिससे मिलेगी बंपर पैदावार दूध परिवहन के लिए सबसे सस्ता थ्री व्हीलर, जो उठा सकता है 600 KG से अधिक वजन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Karz maafi: राज्य सरकार की बड़ी पहल, किसानों का कर्ज होगा माफ, यहां जानें कैसे करें आवेदन Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Krishi DSS: फसलों के बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से सरकार ने लॉन्च किया कृषि निर्णय सहायता प्रणाली पोर्टल
Updated on: 7 July, 2020 1:09 PM IST

बहुत मशहूर शायरी है कि “पंखों से कुछ नही होता, हौंसलों से उड़ान होती है.” आज हम हौंसले की ऐसी ही एक कहानी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जिसकी नायिका उमंग श्रीधर है. छोटी सी उम्र में ही अलग और बड़े सपने देखने वाली उमंग अपनी कड़ी मेहनत के बदौलत देश के टॉप-50 सोशल वर्कस की सूची में शामिल हो गई हैं.भोपाल की रहने वाली उमंग खादी और हैंडलूम संस्कृति की धरोहर को बचाते हुए फ़ैब्रिक तैयार करने का काम करती है. आम तौर पर खादी को घाटे का सौदा माना जाता है, लेकिन इस सोच को उमंग ने गलत साबित करते हुए व्यापार को कामयाबी की शिखर तक पहुंचाया है. आज उनकी बदौलत कई राज्यों के लोगों को रोजगार मिल रहा है.

चरखे पर कामयाब रहा प्रयोग

उमंग ने समय की मांग को देखते हुए चरखे पर प्रयोग करने का सोचा, आखिरकार उन्हें कामयाबी मिल ही गई. चरखे को डिजिटल फॉर्म में बदलने का उपाय लाभदायक साबित हुआ.

जैविक कचरे से तैयार करती है फाइबर

उमंग कोई ऐसा काम ही करना चाहती थी, जो पर्यावरण के अनुकूल हो. आज वो अपने उत्पादों को बनाने के लिए ऑर्गेनिक कॉटन का उपयोग करती है. जानकारी के मुताबिक वो बांस और सोयाबीन आदि के कचरों का उपयोग फाइबर बनाने के लिए करती हैं.

हर साल होता है 60 लाख का टर्नओवर

30 हजार रूपए से इस काम को शुरू करने वाली उमंग आज हर साल 60 लाख का टर्नओवर कमाती है. आज वो रिलायंस और बिरला जैसी कंपनियों के लिए भी

लॉकडाउन में काम आ रही है खादी

कोरोना के कहर से लड़ने में खादी से बने मास्क उपयोगी साबित हो रहे हैं. लॉकडाउन में उमंग खादी के मास्क तैयार कर देश की सेवा कर रही है. इस काम से हजारों लोगों को लॉकडाउन में भी रोजगार मिल रहा है.

(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आज़ पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)

English Summary: shreedhar earn huge profit by electronic charkha they made fiber by bamboo and soyabean waste
Published on: 07 July 2020, 01:14 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now