कृषि क्षेत्र में जैविक खेती (Organic farming) को बहुत महत्व दिया जाता है. यह कृषि की वह विधि है, जिसमें रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और खरपतवारनाशियों की जगह गोबर की खाद कम्पोस्ट, हरी खाद, जीवणु कल्चर, जैविक खाद आदि का उपयोग किया जाता है. इससे भूमि की उर्वरा शक्ति बनी रहती है, साथ ही पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है, इस बीच झारखण्ड की एक महिला जिनक नाम सपना देवी है.
जिन्होंने ऐसा ही कुछ कर दिखाया है. सपना देवी ने रासायनिक खाद को छोड़ कर जैविक खेती को अपना लिया है. जैविक खेती से उन्हें अच्छा लाभ हो रहा है. जैविक खेती से प्रभावित हो कर सपना देवी गाँव की अन्य महिला किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित कर रही हैं.
सपना देवी झारखण्ड के रांची जिले एक छोटे से गाँव ओरमांझी की रहने वाली हैं. जो आधुनिक तरीके की खेती को बढ़ावा दे रही है. बता दें सपना देवी वर्तमान में एक स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं एवं गांव और संगठन की महिलाओं को जैविक खेती का प्रशिक्षण भी देती हैं. सपना देवी का कहना है कि आधुनिक तकनीक से आज जितना मुनाफा खेती में होता है उतना पहले नहीं होता था. आधुनिक तकनीक को अपनाकर उनकी उपज बढी है जिससे उनकी कमाई भी बढ़ी है.
कमा रही हैं दोगुना लाभ (Earning Double Profit)
सपना देवी स्वयं सहायता समूह से जुडी हुई हैं. वह जैविक खाद के उपयोग आधुनिक तकनीक को भाव दे रही हैं. अब वो पत्ता गोभी, फूलगोभी, शिमला मिर्च और नेनुआ समेत अन्य सब्जियों की खेती कर रही हैं. पहले साल में केवल एक बार आलू की खेती करती थीं, लेकिन आज तीन से चार फसल उगा रहे हैं. बता दें पिछले चार साल से वो रसायन मुक्त खेती कर रही हैं और इससे उन्हें अधिक मुनाफा हो रहा है. इसके साथ ही सपना देवी अब गांव और संगठन की महिलाओं को जैविक खेती का प्रशिक्षण भी देती हैं
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सपना दे रही हैं लोगों को प्रशिक्षण (Sapna Is Giving Training To People)
सपना का कहना है कि पहले वह पारंपरिक तरीके से खेती करती थीं जिसमें पहले खेत की जुताई करती थीं, उसके बाद फिर गोबर डालकर मल्चिंग करनी पड़ती थी. इसके बाद फसल लगाने की जरूरत के हिसाब से मल्चिंग में छेद करना पड़ता था. जैविक तरीके से खेती करने से सपना अच्छा मुनाफा कमा रही है. सपना देवी वर्तमान समय में गांव और संगठन की महिलाओं को जैविक खेती का प्रशिक्षण भी दे रही हैं.
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