Dairy Farming: डेयरी फार्मिंग के लिए 42 लाख रुपये तक के लोन पर 33% तक की सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया PM Kisan Yojana Alert: जिन किसानों का नाम लिस्ट से हटा, आप भी उनमें तो नहीं? अभी करें स्टेटस चेक Success Story: सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सफल गौपालक बने असीम रावत, सालाना टर्नओवर पहुंचा 10 करोड़ रुपये से अधिक! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 25 April, 2018 12:00 AM IST
Mushroom Cultivation

एक स्त्री प्राय: घरेलू काम तक ही सीमित रहती है, लेकिन किसी लक्ष्य को पाने की चाह अगर कोई कर ले तो उसे समाज की बेड़ियाँ ना तो बाँध सकती है और ना ही कोई उसे रोक सकता है. इसी तरह की कहानी है नालंदा की रहने वाली रिंकू देवी की, जो आज से लगभग 12 साल पहले कृषि से जुडी तो फिर पीछे मुड़ने का सोचा तक नहीं. रिंकू मशरूम उत्पादन करने के साथ साथ समेकित खेती का एक सफल मॉडल बनाकर जिले में अक अलग पहचान प्राप्त कर चुकी है.

रिंकू ने पांचवी तक पढाई की है, और आज उनकी उम्र लगभग 40 वर्ष की है. 2006 में कृषि विज्ञान केंद्र से जुड़कर उन्होंने मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण प्राप्त किया उसके बाद अपनी सहेलियों के साथ मिलकर उन्होंने यह काम शुरू कर दिया. उनका मशरूम आज पटना के बाजार तक आता है.

रिंकू के पास 62.5 डिसमिल जमीन है लेकिन हर साल वह तीन लाख रूपये तक बचा लेतीं है.

रिंकू अपनी जमीन में बागवानी के साथ-साथ मत्स्यपालन, मशरूम उत्पादन, बकरी पालन के साथ कुछ अनाज की भी खेती करती हैं। इस छोटे से रकबे में समेकित खेती से वह अपना पूरा परिवार चलाती हैं. उनका कहना है कि उनके साथ काम शुरू करनेवाली कुछ महिलाएं तो पीछे छूट गईं लेकिन उससे ज्यादा संख्या में नई महिलाओं को प्रेरित कर उन्होंने खेती से जोड़ा. 

नतीजा यह है कि नालंदा जिले में मशरूम उत्पादन के साथ समेकित खेती से काफी संख्या में महिलाएं जुड़ गईं हैं.

English Summary: rinku mushroom farmer
Published on: 25 April 2018, 03:46 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now