दरअसल, मोटाराम शर्मा राजस्थान के सीकर के रहने वाले हैं और ये पिछले तीस साल से मशरूम की खेती कर रहे हैं. ये मशरूम की कई तरह की किस्मों को उगाते हैं जैसे बटन मशरूम, शीटेक मशरूम, और दूधिया मशरूम. इन उगाये हुए मशरूमों को मोटाराम शर्मा बाज़ार में 100 रुपये किलो से लेकर 2 लाख रुपये किलो तक के दामों पर बेचते हैं.
मोटाराम शर्मा को मशरूम की खेती के लिए कृषि रत्न और कृषि सम्राट जैसे बड़े पुरस्कार भी मिल चुके हैं. साथ ही इन्हें ‘मशरूम किंग’ के नाम से भी जाना जाता है.
किसान मशरूम की खेती से कमा सकते हैं ज्यादा पैसा
मोटाराम शर्मा ने कृषि जागरण से बात करते हुए कहा कि किसान पारम्परिक खेती से मशरूम की खेती में दस गुना ज्यादा पैसा कमा सकते हैं, क्योंकि मशरूम की खेती के लिए ज्यादा ज़मीन की भी आवश्यकता नहीं होती है. इसे सिर्फ एक छत के नीचे उगाया जा सकता है, जिसमें किसानों की लागत भी कम लगेगी और मुनाफ़ा ज़्यादा होगा.
मशरूम की किस्मों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि मशरूम की कई प्रकार की किस्में होती हैं. जिनमें से कई को एयर कंडीशनर की जरुरत होती है और कई को नहीं. इसलिए किसानों को अपने बजट को ध्यान में रखते हुए मशरूम की किस्मों को चुनना चाहिए. मोटाराम शर्मा इसके लिए किसानों को अलग-अलग प्रकार की ट्रेनिंग भी देते हैं.
क्या मशरूम बीमारियों को भी ठीक करता है?
बीमारियों के सम्बन्ध में मशरूम पर मोटाराम शर्मा ने हमसे बात करते हुए कहा कि मशरूम की दो किस्म होती हैं एक गैनोडर्मा और दूसरी रेशी मशरूम. साल 2010 मैंने इन किस्मों को उगाया था, जिसके लिए मुझे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research-ICAR) के द्वारा अवार्ड भी दिया गया. इन किस्मों की अगर बात करें, तो इनमें बीटा ग्लूकोस की मात्र होती है, जो कैंसर सेल को रोकने में सहायक होती हैं, लेकिन इन किस्मों के बारे में हर कोई नहीं जनता है.
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मशरूम की खेती से जुड़े कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य
मोटाराम शर्मा ने मशरूम की खेती से जुड़े पांच महत्त्वपूर्ण तथ्यों को बतया जो कि इस प्रकार हैं…
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मशरूम की खेती शुरू करने से पहले किसानों को इसके बारे में पूर्ण रूप से जानकारी लेना और ट्रेनिंग लेना जरुरी है.
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मशरूम के बीजों को शुरुआत में किसानों को ध्यान से चुनना चाहिए.
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मशरूम को ठीक समय पर ही काटना चाहिए.
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सही समय पर मशरूम को मार्किट में पहुंचाना जरुरी है.
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किसानों को अपने प्रोडक्ट की अच्छे तरीके से मार्केटिंग करना जरुरी है.
मशरूम किसान मोटाराम शर्मा का युवाओं के लिए संदेश
मोटाराम शर्मा का कहना है कि आने वाले समय में मशरूम की खेती में युवाओं के लिए बहुत अवसर है, इसलिए 9 से 5 की नौकरी के वजाय इसमें उन्हें प्रयास करना चाहिए.