सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 7 June, 2022 4:46 PM IST
Mushroom farmer of rajasthan motaram sharma

दरअसल, मोटाराम शर्मा राजस्थान के सीकर के रहने वाले हैं और ये पिछले तीस साल से मशरूम की खेती कर रहे हैं. ये मशरूम की कई तरह की किस्मों को उगाते हैं  जैसे बटन मशरूम, शीटेक मशरूम, और दूधिया मशरूम. इन उगाये हुए  मशरूमों को मोटाराम शर्मा बाज़ार में 100 रुपये किलो से लेकर 2 लाख रुपये किलो तक के दामों पर बेचते हैं.

मोटाराम शर्मा को मशरूम की खेती के लिए कृषि रत्न और कृषि सम्राट जैसे बड़े पुरस्कार भी मिल चुके हैं. साथ ही इन्हें ‘मशरूम किंग’ के नाम से भी जाना जाता है.

किसान मशरूम की खेती से कमा सकते हैं ज्यादा पैसा

मोटाराम शर्मा ने कृषि जागरण से बात करते हुए कहा कि किसान पारम्परिक खेती से मशरूम की खेती में दस गुना ज्यादा पैसा कमा सकते हैं, क्योंकि मशरूम की खेती के लिए ज्यादा ज़मीन की भी आवश्यकता नहीं होती है. इसे सिर्फ एक छत के नीचे उगाया जा सकता है, जिसमें किसानों की लागत भी कम लगेगी और मुनाफ़ा ज़्यादा होगा.

मशरूम की किस्मों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि मशरूम की कई प्रकार की किस्में होती हैं. जिनमें से कई को एयर कंडीशनर की जरुरत होती है और कई को नहीं. इसलिए किसानों को अपने बजट को ध्यान में रखते हुए मशरूम की किस्मों को चुनना चाहिए. मोटाराम शर्मा इसके लिए  किसानों को अलग-अलग प्रकार की ट्रेनिंग भी देते हैं.

क्या मशरूम बीमारियों को भी ठीक करता है?

बीमारियों के सम्बन्ध में मशरूम पर मोटाराम शर्मा ने हमसे बात करते हुए कहा कि मशरूम की दो किस्म होती हैं एक गैनोडर्मा और दूसरी रेशी मशरूम. साल 2010 मैंने इन किस्मों को उगाया था, जिसके लिए मुझे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (Indian Council of Agricultural Research-ICAR) के द्वारा अवार्ड भी दिया गया. इन किस्मों की अगर बात करें, तो इनमें बीटा ग्लूकोस की मात्र होती है, जो कैंसर सेल को रोकने में सहायक होती हैं, लेकिन इन किस्मों के बारे में हर कोई नहीं जनता है. 

ये भी पढ़ें: Mushroom Farming: अद्भुत - सराहनीय प्रयास : मटके में मशरूम की खेती.

मशरूम की खेती से जुड़े कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्य

मोटाराम शर्मा ने मशरूम की खेती से जुड़े पांच महत्त्वपूर्ण तथ्यों को बतया जो कि इस प्रकार हैं…

  • मशरूम की खेती शुरू करने से पहले किसानों को इसके बारे में पूर्ण रूप से जानकारी लेना और ट्रेनिंग लेना जरुरी है.

  • मशरूम के बीजों को शुरुआत में किसानों को ध्यान से चुनना चाहिए.

  • मशरूम को ठीक समय पर ही काटना चाहिए.

  • सही समय पर मशरूम को मार्किट में पहुंचाना जरुरी है.

  • किसानों को अपने प्रोडक्ट की अच्छे तरीके से मार्केटिंग करना जरुरी है.

मशरूम किसान मोटाराम शर्मा का युवाओं के लिए संदेश

मोटाराम शर्मा का कहना है कि आने वाले समय में मशरूम की खेती में युवाओं के लिए बहुत अवसर है, इसलिए 9 से 5 की नौकरी के वजाय इसमें उन्हें  प्रयास करना चाहिए.  

English Summary: rajasthan farmer motaram sharma earn lakh of rupees from mushroom farming.
Published on: 07 June 2022, 04:57 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now