RFOI Awards 2024: नीतूबेन पटेल के सिर सजा 'रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया' अवार्ड का ताज: कृषि उद्यमिता और प्राकृतिक खेती में अद्वितीय योगदान की मिली मान्यता RFOI Awards 2024: युवराज परिहार को MFOI अवार्ड्स 2024 में मिला ‘फ़र्स्ट रनर-अप रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया’ अवार्ड MFOI Award 2024: भारत के प्रगतिशील किसानों का भव्य सम्मान समारोह, कार्यक्रम में सैकड़ों कृषकों ने लिया भाग केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 27 March, 2023 10:55 AM IST
सफल मधुमक्खी पालक नरेंद्र मालव की कहानी

भारत में मधुमक्खी पालन का व्यवसाय मुनाफे का साबित हो रहा है. इसका ताजा उदहारण मधुमक्खी पालक नरेंद्र मालव है, जो इस व्यवसाय में माहिर हैं. अपने काम के लिए सम्मान और सराहना के अलावावह हर साल इस व्यवसाय से लाखों का मुनाफा कमाते हैं.

नरेंद्र मालव मधुमक्खी पालन व्यवसाय में मात्र 10 हजार रुपये निवेश कर आज के वक्त में सलाना 25 लाख रुपये कमा रहे हैं. इसी के साथ वो एक सफल किसान बन गए हैं और दूसरे किसानों को भी इस व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.

साल 2004 में शुरू किया बिजनेस

राजस्थान के कोटा के रहने वाले नरेंद्र मालव एक छोटे किसान थे, जिन्होंने 2004 में मधुमक्खी पालन शुरू किया था. इसके लिए मालव ने कृषि विज्ञान केंद्र कोटा से मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण प्राप्त किया और इसकी शुरुआत करने की ठानी. अपना मधुमक्खी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए मालव ने सिर्फ 10,000 रुपये का निवेश किया.

शहद से ज्यादा मधुमक्खी बेचकर कमाते हैं मालव

आज के वक्त में नरेंद्र मालव शहद के अलावा मधुमक्खियां भी बेचते हैं. उनका दावा है कि शहद बेचने से ज्यादा उन्हें मधुमक्खियां बेचकर ज्यादा फायदा होता है. नरेंद्र मालव और उनके भाई महेंद्र मालव दोनों अब मधुमक्खी पालक हैं और साल में बड़ी रकम कमाते हैं. कोटा में मधुमक्खी पालन का सीजन 8 महीने तक रहता है क्योंकि वहां सरसों और धनिया की फसल उगती है.

25 लाख रुपये सालाना आय

किसान नरेंद्र मालव ने दावा किया कि उनकी सालाना मधुमक्खी पालन आय 25 लाख रुपये तक पहुंच गई है. इसके अलावा उन्होंने सात से आठ कर्मचारियों को काम पर रखा है. मालव ने बताया कि मधुमक्खी के बक्सों को खेतों में रखकर मधुमक्खी कालोनियों का निर्माण किया जाता है. वर्तमान में मालव के पास मधुमक्खियों की 1300 कॉलोनियां हैं. एक कॉलोनी साल में 7 से 8 बार करने के बाद हर साल 25 से 30 किलो शहद का उत्पादन करती है.

ये भी पढ़ेंः मधुमक्खी पालन की पूरी जानकारी

मधुमक्खी पालन के लिए आवश्यक प्रबंधन

नरेंद्र मालव ने बताया कि मधुमक्खी पालन में बहुत अधिक प्रबंधन की आवश्यकता होती है. ठोस प्रबंधन से ही आप मजबूत वित्तीय परिणाम हासिल कर पाएंगे. मधुमक्खी पालन उद्योग पर मार्गदर्शन करते हुए नरेंद्र मालव ने सलाह दी कि यदि कोई किसान मधुमक्खी पालन व्यवसाय करने का निर्णय लेता है तो उसे पहले 25 से 50 बक्सों को लगाकर 25 से 30 हजार रुपये का निवेश करना चाहिए.

 

English Summary: Know Successful Beekeeper Narendra Malav Success story
Published on: 27 March 2023, 11:00 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now