कृषि जागरण ने फार्मर द ब्रांड अभियान की पहल की है, जिसके तहत देशभर के प्रगतिशील किसानों को अपनी बात और उत्पादों की बारे में जानकारी देने का मौका मिलता है. तो फिर देर किस बात की है जान लेते हैं ऐसे सफल किसान की कहानी जो आपको भी प्रेरित कर सकती है.
आज कृषि जागरण के Farmer The Brand अभियान के तहत आपको उस शख्स से रूबरू कराने जा रहे हैं, जिन्होंने एक जैविक उर्वरक जीवन ज्योति के नाम की नयी शोध की है. जो किसानों को डीएपी और यूरिया के बराबर इष्टतम उपज पैदा करने में मदद करता है.
हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के भिंड जिले के रहने वाले नृपेन्द्र सिंह की. जिन्होंने कैंसर और गुर्दे की विफलता के लिए आयुर्वेदिक दवाओं पर काम किया है. इसके अलावा, हाल ही में उन्होंने एक जीवन ज्योति नामक जैविक उर्वरक पर नयी शोध किया है, जो किसानों को डीएपी और यूरिया के बराबर इष्टतम उपज पैदा करने में मदद करेगा. उनका कहना है कि ये उर्वरक बिना फफूंदनाशक, कीटनाशक और सिंथेटिक उर्वरक के खेती के लिए एक वन स्टॉप सॉल्यूशन है.
कैसे शोध की – How to research
उनका कहना है कि जो कीटनाशक इस्तेमाल हम पेड़ पौधों के सुरक्षा के लिए करते हैं वो हमारे शरीर के लिए बहुत घातक होते जा रहे हैं. कई बीमारियों के होने का कारण बनते जा रहे हैं. जिस वजह से उन्होंने ये नयी शोध की.
जीवन ज्योति की ख़ास विशेषता – Special feature of Jeevan Jyoti
1. फल की अच्छी पैदावार के साथ फल काफी मीठा भी होगा.
2. इसके प्रयोग से उपज में लगभग 10-15 प्रतिशत की वृद्धि होती हैं
3. इसके प्रयोग से अंकुरण शीघ्र होता है तथा कल्लों की संख्या में वृद्धि होती है.
4. मृदा में कार्बनिक पदार्थ (ह्यूमस) की वृद्धि तथा मृदा की भौतिक एवं रासायनिक दशा में सुधार होता हैं
5.ये खाद लवणीय व क्षारीय दोनों प्रकार की मिट्टी में प्रभावी रूप में काम करेगा.
6. इसका उपयोग खेती और बागवानी दोनों में कर सकते हैं.
नृपेन्द्र सिंह जैविक कृषि संस्था चलते हैं, जिसका उद्देश्य जैविक कृषि को बढ़ावा है, जिससे रोग दूर होंगे, साथ ही ग्लोबल वार्मिंग भी खत्म होगी.
अधिक जानकारी के लिए आप 9981022817 पर संपर्क कर सकते हैं.