Ambedkar Nagar: अंबेडकरनगर के किसानों ने तंबाकू की खेती शुरू की है. राजेसुल्तानपुर क्षेत्र में तंबाकू की खेती अब किसानों की तरक्की का जरिया बन गई है. किसान इस छह माह की खेती में प्रति बीघा 60 हजार रुपये तक की बचत कर रहे हैं. इस तरीके से एक तरफ जहां किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं तो वहीं क्षेत्र की महिलाओं को भी बड़े पैमाने पर रोजगार मिल रहा है.
अंबेडकरनगर जिले के बलरामपुर, सिसवा, सिरसिया, जनेसरी, बनकटा, धारूपुर, माधवपुर, साबितपुर, टड़वा, पदुमपुर, लालमनपुर, निकसपुर, बिजली पंडौली, गढ़वल, सराय हंकार, रतिगरपुर, पाठकपुर व शंकरपुर सहित दर्जन भर से अधिक गांवों में तबांकू की खेती की जाने लगी है.
किसान यहां पर 500 बीघे से अधिक क्षेत्रफल में तंबाकू की खेती कर रहे हैं. हालांकि जिले के पूर्वी छोर पर स्थित राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र अभी भी विकास के मामले में काफी पीछे है.
किसानों को तंबाकू की खेती से जहां अच्छी आमदनी मिल रही है, वहीं गांव में इससे रोजगार का संकट भी कम हुआ है. पुरुषों के साथ महिलाएं भी यहां भरपूर काम कर रही हैं. तंबाकू की खेती से गांव के मजदूर वर्ग के लोगों की आर्थिक हालत काफी सुधर रही है. इसमें प्रत्यक्ष रूप से चार हजार से अधिक लोग सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं.
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बलरामपुर गांव के किसान योगेंद्र निषाद बताते हैं कि तंबाकू के पौधे अक्टूबर व नवंबर माह में लगाए जाते हैं और मार्च माह में इसकी कटाई होती है. इसके खेत को प्रति बीघा तैयार करने में 30 से 45 हजार रुपये लग जाते हैं. हर साल लगभाग प्रति बीघा 4 से 6 क्विंटल तंबाकू की पैदावार हो जाती है. बाजार में इसकी कीमत 20 से 22 हजार रुपये प्रति क्विंटल है. यहां की उपजायी हुई तबांकू प्रदेश के गाजीपुर, बलिया, गोरखपुर के साथ-साथ बिहार के कई जिले में भी बिकती है.