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Updated on: 8 February, 2023 12:08 PM IST
पंजाब में स्ट्रॉबेरी की खेती

पंजाब के मोगा जिले के रहने वाले किसान जसप्रीत सिंह ने अपने खेत में स्ट्रॉबेरी की खेती कर एक मिसाल कायम कर दी है. पंजाब की जलवायु को स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है, लेकिन जसप्रीत ने इसकी खेती कर लोगों के लिए एक नई राह दिखा दी है. जसप्रीत के इस हौसले को देख उनके गाँव के लोग उनकी काफी सराहना भी कर रहे हैं.

जसप्रीत सिंह ने अपनी सवा एकड़ की जमीन पर पारंपरिक फसलों के साथ-साथ स्ट्रॉबेरी की खेती भी शुरू की थी. उन्होंने कहा कि स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए पंजाब का मौसम अनुकूल नहीं होता है, जिसकी वजह से इसकी खेती करना उनके लिए एक बड़ा रिस्क भी था. लेकिन आपको किसी भी नए काम में रिस्क तो लेना ही पड़ता है. यही सोचकर उन्होंने स्ट्रॉबेरी की खेती करने का मन बनाया और इसमें सफलता भी हासिल की. इस बात की खबर जैसे ही फिरोजपुर के एसडीएम रंजीत सिंह को पता चली तो वह जसप्रीत के खेत का दौरा करने पहुंच गए और खेती के बार में जानकारी ली. एसडीएम ने इस सफलता को लेकर जसप्रीत की काफी सराहना की.

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स्ट्रॉबेरी की खेती से किसान कम वक्त में ही काफी अच्छी फसल तैयार कर बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं. इसकी फसल को तैयार होने में महज 40 दिन से ज्यादा नहीं लगते हैं. आपको बता दें कि स्ट्रॉबेरी को ठंडे प्रदेशों की फसल कहा जाता है. इसका उत्पादन पर्वतीय भागों नैनीताल, देहरादून, हिमाचल प्रदेश, महाबलेश्वर, महाराष्ट्र, नीलगिरी, दार्जलिंग आदि की पहाड़ियों में व्यावसायिक तौर पर किया जाता है. इसकी खेती अब मैदानी भागों, दिल्ली, बंगलौर, जालंधर, मेरठ, पंजाब, हरियाणा आदि क्षेत्रों में भी की जा रही है. इसके लिए  20 से 30 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान उपयुक्त माना जाता है.

 

English Summary: Farmer grows strawberries in 1.25 acres of land in Punjab's Moga
Published on: 08 February 2023, 12:12 PM IST

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