Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 17 February, 2023 12:00 PM IST
गोबर से मोटी कमाई

देश में आमतौर पर लोग गोबर को बेकार की चीज समझते हैंशहरी क्षेत्र में तो गोबर शिट से कम नहीं है. यहां तक की दूसरों को दिमागी कमजोर बताने के लिए लोग आसानी से कह देते हैंतुम्हारे दिमाग में गोबर भरा हैया फिर गोबर गणेश कहने से भी नहीं चूकते. लेकिन यही गोबर किसानों और पशुपालको को मालामाल कर सकता है.

गांवों में गाय-भैंस के गोबर का इस्तेमाल अधिकतर पशुपालक उपले बनाने के लिए करते नजर आते हैं या तो फिर उसे बेकार समझ कर फेंक देते हैं. हालांकिआज के दौर में गोबर का उपयोग उपले बनाने से लेकर खेतों के लिए खाद बनाने के तौर पर किया जा रहा है. इसके अलावा गोबर से कई अन्य तरह के प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैंजिनकी मार्केट में बेहद डिमांड है. अब सरकार भी गोबर का उपयोग मुनाफे के लिए करने के लिए नई योजना ला रही है. ऐसे में किसानों और पशुपालकों को गोबर के इन उपयोगों के बारे में बताने जा रहे हैं.

गोबर से कागज बनाना

गाय-भैंस के गोबर का इस्तेमाल करके पेपर तैयार किया जा सकता है. भारत सरकार भी इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से पशुपालकों से गोबर खरीद उन्हें आर्थिक तौर पर सहायता प्रदान किया जाएगा. 

गोबर से बनाएं मूर्ति और गमले

गोबर से इन दिनों मूर्तियां बनाने का चलन भी बढ़ा है. मिट्टी के मुकाबले गोबर से मूर्तियां बनाने में लागत कम आती है और आप मुनाफा भी ज्यादा कमा सकते हैं गोबर से मूर्तियां बनाने के लिए मेक इन इंडियाक्लीन इंडिया व ग्रीन इंडिया के तहत अभियान भी चलाया जा रहा है. महिलाएं इस तरह के काम में बढ़-चढ़कर भाग ले रही हैं. इसके अलावा गोबर का उपयोग गमले बनाने में भी किया जाता है.

गोबर से बायोगैस प्लांट का बिजनेस

गोबर से बनी बायोगैस प्लांट लगवाकर अच्छा लाभ कमा सकते हैं. प्लांट लगाने के लिए सरकार से भी आर्थिक मदद प्राप्त कर सकते हैं.

अगरबत्ती बनाने में उपयोग

अगरबत्ती बनाने में गोबर का उपयोग किया जाता है. कई कंपनियां पशुपालकों से ठीक-ठाक दामों पर गोबर खरीदती हैं और उसका उपयोग सुगंठित अगरबत्तियां बनाने में करती हैं. 

ये भी पढ़ेंः शुरू करें गाय के गोबर से टाइल्स बनाने का बिजनेस, होगा बंपर मुनाफा

खाद बनाने में उपयोग

वर्तमान में सरकार भी किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. इसकी खेती में खाद के तौर पर गोबर का इस्तेमाल बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है इसके उपयोग से किसान जीवामृत से लेकर केंचुआ खाद बना कर उसका उपयोग कर अपने फसलों का उत्पादन बढ़ा सकते हैं.

English Summary: Now cow-buffalo dung will also give bumper profit, try these methods
Published on: 17 February 2023, 10:21 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now