Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 4 January, 2023 5:12 PM IST
बांस का बिजनेस

बाजार में बांस की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. बांस से बनी वस्तुओं व उत्पादों को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में बांस का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाता है. अब भारत सरकार भी बांस की खेती को बढ़ावा दे रही है. इसी के तहत कई राज्य सरकारें बांस की खेती के लिए किसानों को आर्थिक सहायता भी प्रदान कर रही हैं. बांस की खेती में ना तो अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है और ना ही उपजाऊ जमीन की. बांस को बंजर जमीन में भी आसानी से उगाया जा सकता है और खास बात यह है कि एक बार उगने पर लगभग 50 साल तक बांस के पेड़ों से उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है. यदि आप खेती कर अच्छी कमाई करने की सोच रहे हैं तो बांस की खेती आपके लिए मुनाफेदार साबित हो सकती है.

कैसे होगी बांस की खेती

  • बांस की खेती यूं तो पूरे देश में की जा सकती है. मगर बांस को कश्मीर की घाटी

  •  के अलावा कहीं भी उगाया जा सकता है. भारत के पूर्वी उत्तर भाग में बांस का उत्पादन बड़े पैमाने में किया जाता है.

  • बांस की खेती के लिए एक हेक्टेयर जमीन पर 1500 पौधे उगाए जा सकते हैं. ध्यान रहे कि बांस के पौधे से पौधे की दूरी 2.5 मीटर तथा लाइन से लाइन की दूरी 3 मीटर होनी चाहिए.

  • भारत में बांस कुल 136 किस्में पाईं जाती हैं. इनमें से सबसे सबसे लोकप्रिय बम्बूसा पॉलीमोरफाडेंड्रोकैलेमस स्ट्रीक्स, बम्बूसा ऑरनदिनेसीडेंड्रोकैलेमस हैमिलटन, किमोनोबेम्बूसा फलकेटाऔर मेलोकाना बेक्किफेरा हैं.

  • बांस के पौधे की रोपाई के लिए जुलाई का महीना सबसे उपयुक्त माना जाता है. बुवाई के 3 से 4 साल बाद यह पौधों कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं. 

सरकार देती है सहायता

बांस की खेती के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय बांस मिशन योजना के तहत 50 फीसदी तक आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. यानि खेती में आने वाले 50 फीसदी खर्चे को सरकार ग्रहण करेगी. 

बांस की मांग

आज के इस दौर में बांस से बनी वस्तुओं का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. बांस की पानी की बोतल, बर्तन, सजावट का सामान, फर्निचर, फ्लावर पॉट आदि के लिए किया जाता है. इसके अलावा आजकल लोग कैफे व रेस्टोरेंट में बांस की चीजों की सजावट कर वहां की शोभा बढ़ा रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः बस कम लागत में शुरू करें ये बिजनेस, कमाएं लाखों रुपए

इस प्रकार आप बांस से अच्छा उत्पादन प्राप्त कर अपनी कमाई दोगुनी कर सकते हैं और वहीं सरकार से सब्सिडी मिलने पर इस व्यवसाय की लागत 50 फीसदी कम हो जाएगी.

English Summary: know how to start bamboo business and earn lakhs
Published on: 04 January 2023, 05:19 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now