वर्तमान समय में हर कोई अपना बिज़नेस (Startup) शुरू कर उद्यमी (Entrepreneur) बनना चाहता है लेकिन, पैसों की कमी के कारण सपना अधूरा रह जाता है. इस बीच भारत में ब्यूटी पार्लर और स्पा ने काफी पकड़ जमाई है जिसके चलते अधिकतर लोग पार्लर खोलना चाहते हैं. ऐसे में आप सरकारी लोन भी ले सकते हैं लेकिन उससे पहले आपको इस बिज़नेस के बारे में जानने की बेहद जरूरत है.
ब्यूटी पार्लर का व्यवसाय (Beauty parlour business)
सौंदर्य उद्योग में सौंदर्य उत्पाद, ब्यूटी पार्लर, सैलून, वेलनेस सेंटर आदि की स्थापना शामिल है. लाइफस्टाइल विशेषज्ञों द्वारा किए गए एक सर्वे में यह पता चला है कि देश में पिछले पांच वर्षों में ब्यूटी पार्लर और सैलून (Parlour and Salon) के उद्योग में करीब 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वहीं कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले वर्षों में सौंदर्य उद्योग भारत में अमेरिका और यूरोपीय बाजारों की तुलना में दोगुना तेजी से बढ़ने वाला है.
ब्यूटी पार्लर व्यवसाय कैसे शुरू करें (How to start business of beauty parlour)
एक सैलून या ब्यूटी पार्लर को विभिन्न व्यवसाय प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है जो इस बात पर निर्भर करता है कि आप इस व्यवसाय के किस पहलू को अपनाना चाहते हैं इसमें स्पा सेंटर, रिफ्लेक्सोलॉजी सेंटर, नाई की दुकान, स्वास्थ्य केंद्र, पारंपरिक ब्यूटी पार्लर या सैलून, बाल और त्वचा क्लिनिक, कॉस्मेटोलॉजी सेंटर और आदि शामिल हैं.
ब्यूटी पार्लर शुरू करते समय ध्यान रखने वाली बातें (Things to keep in mind while starting a beauty parlour)
ब्यूटी पार्लर उद्योग, छोटे व्यवसाय (Small Business) के साथ-साथ एक विशाल श्रृंखला को समायोजित (Accommodate) करता है. इसलिए, ब्यूटी पार्लर व्यवसाय शुरू करने से पहले, उद्यमी को व्यवसाय के लिए एक मॉडल, पैमाने और स्वामित्व संरचना पर निर्णय लेना बेहद जरूरी है.
इंडिपेंडेंट ब्यूटी पार्लर (Independent beauty parlour)
स्वतंत्र ब्यूटी पार्लर या हेयर सैलून स्वामित्व संरचना (Ownership Structure) का सबसे लोकप्रिय और प्रचलित प्रकार है.
इस मॉडल में, एक स्वतंत्र उद्यमी या उद्यमियों का समूह एक ब्यूटी पार्लर की स्थापना और संचालन करते हैं.
सौंदर्य उद्योग में अनुभवी उद्यमी इस मॉडल के तहत एक सफल ब्यूटी पार्लर स्थापित कर सकते हैं.
इस मॉडल के फायदे यह हैं कि इसमें बहुत कम निवेश और परिचालन लागत की आवश्यकता होती है.
हालांकि, इस प्रकार के स्वतंत्र ब्यूटी पार्लर अब बेहतर ब्रांडिंग और विज्ञापन क्षमताओं के साथ अन्य ब्यूटी पार्लर से अधिक कम्पीट कर रहे हैं.
फ्रेंचाइजी ब्यूटी पार्लर (Franchise beauty parlor)
इस बिजनेस मॉडल के तहत पार्लर एक बड़ी ब्यूटी पार्लर चेन की फ्रेंचाइजी के तौर पर काम करेगा.
चूंकि ब्यूटी पार्लर एक फ्रेंचाइजी के रूप में स्थापित किया जाएगा इसलिए फ्रेंचाइज़र ब्यूटी पार्लर की स्थापना, संचालन, स्टाफ प्रशिक्षण, ब्रांडिंग, विज्ञापन आदि के लिए सहायता प्रदान करेगा.
हालांकि, स्वतंत्र ब्यूटी पार्लर की तुलना में इस प्रकार के मॉडल के लिए उच्च निवेश की आवश्यकता होती है.
ब्यूटी पार्लर शुरू करने के लिए प्रारंभिक सेटअप शुल्क के अलावा, अधिकांश फ्रेंचाइज़र को ब्यूटी पार्लर के राजस्व के आधार पर फ़्रैंचाइज़ी शुल्क का भुगतान करने की भी आवश्यकता होती है.
ब्यूटी पार्लर में कितनी लगती है लागत (How much does a beauty parlor cost)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक पार्लर को शुरू करने के लिए 3 लाख रुपयों की जरूरत होती है. इसमें आप आराम से इससे संबंधित चेयर, मिरर, फर्नीचर जैसी तमाम चीज़ें खरीद सकते हैं. लेकिन अगर आपके पास इतने पैसे नहीं है और यह बिज़नेस खोलना चाहते हैं तो आप सरकारी मदद भी ले सकते हैं.
ऐसी कई सरकारी योजनाएं (Government Schemes) उपलब्ध हैं जो आपको वित्तीय सहायता (Economic Help) प्रदान कर सकती हैं जिसमें से एक प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (Pradhan mantri mudra yojana) है. यह सबसे सफल सरकारी योजनाओं में से एक है, जिसके तहत सरकार आपको अपना बिज़नेस खोलने के लिए 10 लाख रुपये तक का कर्ज देती है.
प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना की विशेषताएं (Features of Pradhan Mantri Mudra Loan Scheme)
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत छोटे उद्यमियों को कर्ज आसानी से मिल जाता है.
इसका पूरा नाम माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंसिंग एजेंसी (MUDRA) है.
इसके तहत सरकार पहले ही करोड़ों रुपये का कर्ज दे चुकी है.
आपको कितना ऋण मिलेगा (How many loan will you get)
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत कर्ज लेने वालों को दो कैटेगरी में बांटा गया है.
किशोर को 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का ऋण मिल सकता है.
तरुण को 5 लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है.
मुद्रा योजना में कितनी होती है ब्याज दर (How much interest rates will be charged)
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में कोई निश्चित ब्याज दर नहीं है.
अलग-अलग बैंक लोन पर अलग-अलग ब्याज दर वसूल सकते हैं.
ब्याज का निर्धारण व्यवसाय की प्रकृति और उसमें शामिल जोखिम के आधार पर किया जाता है.
बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही उचित ब्याज दर वसूलते हैं.
मुद्रा लोन के लिए आवेदन कैसे करें (How to apply for Mudra Loan)
अगर आप भी अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं और मुद्रा योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो इसके आवेदन की प्रक्रिया बहुत आसान है.
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन लेने के लिए सबसे पहले आपको अपनी नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करना होगा.
आपको घर के मालिकाना हक या किराए के दस्तावेज, काम से जुड़ी जानकारी, आधार कार्ड, पैन नंबर समेत अन्य दस्तावेज देने होंगे.