प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना: सब्सिडी में समस्या? यहां करें शिकायत और पाएं तुरंत समाधान PM Awas Yojana 2.0: नए नियमों के तहत इन लोगों को नहीं मिलेगा लाभ, आवेदन के लिए सख्त हुई शर्तें! Drone Pilot Training: ड्रोन पायलट कैसे बनें और कहां मिलेगी सस्ती ट्रेनिंग? सचिन जाटन: महिंद्रा NOVO 605 DI के साथ सफलता की कहानी, कड़ी मेहनत और सही चुनाव ने बनाई कामयाबी की राह! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 4 July, 2023 3:56 PM IST
World Zoonoses Day 2023

पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारियां हमेशा से चिंता का विषय रही हैं. कोरोना वायरस आने के बाद से तो ये चिंता और गंभीर होती चली गई है. ऐसे में इसी विषय पर जागरूकता बढ़ाने को लेकर हर साल 6 जुलाई को पूरी दुनिया में विश्व जूनोज दिवस मनाया जाता है.

क्या है जूनोज?

जूनोज (Zoonoses) एक संक्रामक रोग है जो जानवरों से मनुष्यों के बीच फैल सकते हैं. इन बीमारियों को जूनोटिक बीमारियां (Zoonotic diseases) कहते हैं, इसके कुछ प्रसिद्ध उदाहरणों में रेबीज, इबोला, एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू), SARS, H1N1 और सीओवीआईडी-19 संक्रमण शामिल हैं.

विश्व जूनोज दिवस का उद्देश्य

विश्व जूनोज दिवस का उद्देश्य ज़ूनोटिक रोगों का मानव और दूसरे पशु स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. यह दिन जूनोटिक बीमारियों का प्रभावी ढंग से पता लगाने, नियंत्रित करने और इसका सही समय पर इलाज करने के लिए मानव को जागरूक करता है. विश्व जूनोज दिवस का उदेद्श्य जागरूकता फैलाकर और निवारक उपायों को लागू करके मानव और पशु आबादी पर जूनोज के प्रभाव को कम करना और सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा करना है.

विश्व जूनोज दिवस का इतिहास

6 जुलाई की तारीख इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दिन 1885 में उस दिन की याद दिलाता है जब लुई पाश्चर ने रेबीज, एक जूनोटिक बीमारी के खिलाफ पहला टीका सफलतापूर्वक लगाया था. रेबीज वैक्सीन विकसित करने में पाश्चर का काम जूनोटिक रोगों की रोकथाम और नियंत्रण में एक बड़ी सफलता थी. 6 जूलाई इसी सफलता की सालगिराह याद दिलाता है.

ये भी पढ़ें: National Doctor’s Day 2023: 1 जूलाई के दिन ही क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस, जानें इस बार की थीम

विश्व जूनोज दिवस 2023 की थीम

विश्व जूनोज दिवस की इस साल की थीम वन वर्ल्ड, वन हेल्थ : प्रीवेंट जूनोज!  स्टॉप द स्प्रेड कंट्रोल जूनोज डिजीज! प्रोटेक्ट एनीमल्स, प्रीवेंट जूनोज! रखा गया है.

विश्व जूनोज दिवस का महत्व

विश्व जूनोज दिवस ज़ूनोटिक रोगों को समझने और रोकने के महत्व की याद दिलाता है. साथ ही यह सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए वन हेल्थ दृष्टिकोण के महत्व की भी याद दिलाता है. इस दिन सरकार, गैर-लाभकारी संगठन और स्वास्थ्य एजेंसियां सहित विभिन्न संगठन लोगों को जूनोज के बारे में शिक्षित करने के लिए कार्यक्रम, कार्यशालाएं, सेमिनार और जागरूकता अभियान आयोजित करते हैं. यह प्रकोप और महामारी को रोकने के लिए निगरानी, शीघ्र पता लगाने और त्वरित प्रतिक्रिया के महत्व पर जोर देता है.

English Summary: World Zoonoses Day 2023: This time's theme, history, purpose and importance of World Zoonoses Day
Published on: 04 July 2023, 04:01 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now