मेंटल हेल्थ हमेशा से ही एक चिंता का विषय बना हुआ है. कोराना महामारी के दौरान जब लोग अपने बचाव के लिए घर पर ही कैद थे, उस वक्त लोग मेंटल हेल्थ के शिकार हो रहे थे. कई लोगों की मानसिक स्थिति इतनी खराब हुई की उन्होंने आत्महत्या का रास्ता चुना. लेकिन अब बदलते हुए समय को देखते हुए लोग भी इस विषय में खुलकर बात करने लगे हैं.
पहले लोग इस विषय में बात करने में कतराते थे. अब लोग मेंटल हेल्थ के प्रति आत्म-जागरूक और संवेदनशील हो गए हैं. देखें तो अब वक्त के साथ चीजें भी बदल रही हैं. इस मुद्दे को पहचानने के लिए हर साल 10 अक्टूबर को विश्व मेंटल हेल्थ दिवस मनाया जाता है.
विश्व मेंटल हेल्थ दिवस: इतिहास
90 के दशक में वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ मेंटल हेल्थ (WFMH) ने मेंटल हेल्थ को लेकर इन दिन की स्थापना की थी. जिससे बाद से हर साल 10 अक्टूबर को मेंटल हेल्थ दिवस के तौर पर मानया जाता है. जिससे माध्यम से मेंटल हेल्थ से पीड़ित लोगों को जीने की चाह व राह और सकारात्मक सोच के प्रति सोचने के लिए प्रेरणा मिलती है.
विश्व मेंटल हेल्थ दिवस: महत्व
खास तौर पर यह दिन मेंटल हेल्थ बीमारी से पीड़ित लोगों के सामने आने वाले चुनौतियों को सामना करने के लिए मनाया जाता है. जिससे वह अपने डर को बाहर निकाला जा सके.
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विश्व मेंटल हेल्थ दिवस 2022: थीम
2022 के लिए विश्व मेंटल हेल्थ दिवस की थीम "मेंटल हेल्थ इन इक्वल वर्ल्ड" (Mental Health in an Unequal World) रखी गई है. जिसमें लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जाएगा.