क्या आपको पता है उत्तरी कजाकिस्तान के कलाची गांव में लोग महीनों तक सोते रहते हैं. जी हां इस गांव में पिछले चार साल से ऐसी अजीब घटना हो रही है. वैज्ञानिको को इसका सही कारण अब तक नहीं मिल पाया हैं. रहस्यमयी बीमारी कभी-कभी दुनिया में ऐसी रहस्यमयी घटना घटित होती है जिसका कारण ढूढ़ने में वैज्ञानिको को कई साल लग जाते है. ऐसी ही घटना पिछने चार साल से इस गांव में हो रही है. यहां के लोग कभी भी कुछ भी करते हुए अचानक से सो जाते है. इनकी यह नींद कुछ घंटो से लेकर कई महीनों तक चलती रहती है.
इस रहस्यमयी बीमारी का अब तक पता नहीं चल पाया है. इस नींद की बीमारी के चलते इस गांव को अब 'स्लीपी हॉलो' कहा जाने लगा है. कारण ढूंढने में वैज्ञानिक असफल यह रहस्यमयी बीमारी क्यों और किस कारण फैल रही है, इसका असल कारण अब तक वैज्ञानिक नहीं ढूंढ़ पाए हैं. जब उन्होंने इस बीमारी के मरीजो की जांच कि तो उन्होंने पाया कि इन सभी मरीजों के दिमाग में अचानक से तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ जाती है. यह मात्रा क्यों बढ़ जाती है इसका कोई कारण अब तक पता नहीं चल पाया है. डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसा शायद प्रदूषित पानी के चलते हो रहा है.
एक व्यक्ति को इसके सात बार आ चुके हैं अटैक ये कलाची गांव एक बंद हो चुकी यूरेनियम खदान के पास बसा है, जहां से हर समय जहरीला रेडिएशन होता रहता है. पर डॉक्टर्स का कहना है कि रेडिएशन इस बीमारी का रीजन नहीं है. जिस व्यक्ति को यह बीमारी सबसे पहले हुई थी उसको अब तक 7 बार अटैक आ चुके हैं. वो इस बीमारी से बेहद परेशान है. 2010 में हुई थी इस बीमारी की शुरूआत कजाकिस्तान के इस गांव में इस बीमारी की शुरूआत अप्रैल 2010 में हुई थी. तब से इसका प्रकोप कम नहीं हो रहा है. इस गांव की अब तक 14 प्रतिशत आबादी इस बीमारी की चपेट में आ चुकी हैं. बच्चे-बूढ़े सभी इसकी चपेट में हैं. हाल ही में 8 बच्चे स्कूल की असेम्बली में इस बीमारी के कारण गिर गए थे. वह सभी अब तक सो ही रहे हैं.