Engineers Days 2023: किसी भी देश के विकास में सबसे अहम योगदान इंजीनियर्स का होता है. इंजीनियरिंग हमारे देश, समाज और दुनिया के विकास के लिए बहुत ही अहम हैं. देश में औद्योगीकरण, इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास और आधुनिक भारत की संरचना में इन इंजीनियर्स का अहम योगदान होता है. इनके योगदान को देखते हुए हर साल 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे मनाया जाता है. इसका उद्देश्य देश के इंजीनियर्स के योगदान को महत्व देना है.
इंजीनियर्स डे का इतिहास
भारत सरकार ने सबसे पहले इंजीनियर्स डे मनाने का निर्णय 1968 में लिया था. इस दिन देश के जाने माने मशहूर इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म हुआ था. भारत रत्न से सम्मानित मशहूर इंजीनियर एम विश्वेश्वरैया का पूरा नाम मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया था. उनका विज्ञान एवं तकनीक की दुनिया में काफी अहम योगदान रहा है. उनके योगदान को सम्मान देने के लिए देश हर साल 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे के तौर पर मनाता है.
इंजीनियर्स डे का महत्व
हमारा भारत देश इंजीनियरिंग और आईटी के क्षेत्र में दुनिया का सबसे अग्रणी देश है. यहां पर आईआईटी जैसे बड़े संस्थान के अलावा बहुत सारे इंजीनियरिंग कॉलेज हैं, जिनमें इंजीनियरिंग के तमाम प्रकार के कोर्सेस कराये जाते हैं. किसी भी देश के विकास में इंजीनियर्स की मुख्य भूमिका होती है और इनको आधुनिक समाज की रीढ़ माना जाता है, इनके बिना किसी भी देश का विकास असंभव है. यह इंजीनियर्स डे मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया और सभी इंजीनियर के सम्मान का दिवस तो है ही, इसके साथ ही यह दिवस सभी इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को उनके करियर में अच्छी सफलता की उम्मीद भी दिलाता है.
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इंजीनियर्स दिवस समारोह
इंजीनियर्स दिवस के अवसर पर सर एम विश्वेश्वरैया की याद में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते है. यह आयोजन हर साल विश्वेश्वरैया नेशनल मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा किए जाते है. यहां के स्थानीय लोग इसे स्थान को मंदिर तुल्य मानते हैं और वहां पर मंत्री एवं अन्य राजनेता अपनी स्पीच के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं. इस अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में भी छात्र-छात्राओं को उनकी प्रेरणा की कहानियां सुनाई जाती है और उन्हे प्रेरित किया जाता है. इसके अलावा इंजीनियर्स को उनके अनोखे काम के लिए सम्मानित किया जाता है.