जायटॉनिक टेक्नोलॉजी: क्यों है खेती का समग्र और स्थायी समाधान? सम्राट और सोनपरी नस्लें: बकरी पालक किसानों के लिए समृद्धि की नई राह गेंदा फूल की खेती से किसानों की बढ़ेगी आमदनी, मिलेगा प्रति हेक्टेयर 40,000 रुपये तक का अनुदान! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 13 September, 2022 1:57 PM IST
हिंदी दिवस विशेष

भारत एक बहुभाषी देश है यहां पर संवैधानिक रुप से 22 भाषाओं को मान्यता दी गई है, जिसमें हिन्दी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है. देश आजाद होने के बाद संविधान सभा में हिन्दी को 14 सितंबर 1949 को राजभाषा के रुप में अपनाया गया था, इसलिए 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रुप में मनाया जाता है.

दरअसल, ये दिन न केवल हिन्दी भाषी लोगों के लिए बल्कि दूसरी भारतीय भाषाओं के लोगों के लिए भी काफी अहम है, क्योंकि भारत में 22 भाषाओं में से हिन्दी ही एक मात्र ऐसी भाषा है, जिसे देश के 70 फीसद से ज्यादा लोग समझ और बोल सकते हैं.

ये भी पढ़ें: मिट्टी के बर्तन को ऑनलाइन कैसे और कहां से खरीदें?

एक प्रकार से देखा जाए, तो हिन्दी भारत को एक सूत्र में बांधने के काम करती है. हालांकि हिन्दी को लेकर देश में कई प्रकार की अन्य बहसें भी हैं, लेकिन आज के इस लेख में हम हिन्दी के इतिहास और उसकी उपलब्धियों को संक्षिप्त में समझने की कोशिश करेंगे.   

कैसे शुरु हुआ हिंदी दिवस मनाने का सिलसिला

हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत 1949 की संविधान सभा से होती है. दरअसल, देश आजाद होने के बाद भारत में राजभाषा के रुप में किसी एक भाषा को चुना जाना था, जिससे देश के सभी आधिकारिक काम किसी एक भाषा में किए जा सकें और सभी भाषाओं में हिन्दी एक ऐसी भाषा उभरकर सामने आई, जिसे देश में ज्यादा लोग बोल और समझ सकते हैं, इसलिए 14 सितंबर 1949 को हिंदी राज भाषा के रुप में मान्यता दे दी गई. उसके बाद हिंदी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर 1953 से पूरे भारत में 14 सितंबर को हर साल हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. 

विश्व हिन्दी दिवस और राष्ट्रीय हिंदी दिवस में क्या अंतर है

अक्सर लोग विश्व हिंदी दिवस और राष्ट्रीय हिंदी दिवस में अंतर नहीं कर पाते हैं, लेकिन आपको बता दें कि विश्व हिन्दी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है और इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर हिंदी का प्रचार प्रसार करना है. वहीं इसके कुछ महीने बाद 14 सितंबर को  राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है. जिसके पीछे हिन्दी को राजभाषा के रुप में घोषित करना है.

English Summary: why do we celebrate hindi diwas every year, know here
Published on: 13 September 2022, 02:07 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now