मानवता को शब्दों में बयाँ नही किया जा सकता है. मानवता के कारण लोग एक - दूसरे से जुड़े रहते हैं. विश्व में कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने मानवता के लिए कई काम किये हैं. लोगों में मानवता की भावना जगाएं रखने के लिए हर साल 19 अगस्त को विश्व स्तर पर विश्वमानवता दिवस मनाते हैं. यह दिन उन लोगों की स्मृति में मनाया जाता है जिन्होंने विश्व स्तर पर मानवतावादी संकट में अपनी जान गंवाई या मानवीय उद्देश्यों के कारण दूसरों की सहायता हेतु अपने प्राणों की बाजी लगा दी.
दरअसल, विश्व मानवता दिवस को उन लोगों का धन्यबाद किया जाता है जिन्होंने जोखिम लेकर और बिना लोकप्रियता की चाहत के कठिन परिस्थितियों के दौरान अन्य लोगों की मदद करने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया.
इस साल विश्व मानवता दिवस ऐसे समय पर आया है जब दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है. इस समय सहायता कर्मी 54 देशों में मानवीय संकटों में लोगों की सहायता करके बाधाओं पर काबू पा रहे हैं, साथ ही साथ उन नौ देशों में जिनको कोरोना महामारी में मदद की बहुत जरुरत है.उनकी मदद कर रहे है.
क्यों मनाया जाता है विश्व मानवतावादी दिवस –(Why Is World Humanity Day Celebrated)
19 अगस्त, 2003 को बगदाद में कैनाल होटल पर एक बम हमला किया गया था, जिसमें 22 लोग क्रूरता से मारे गए थे और जिनमें से एक इराक में मुख्य मानवतावादी थे. इस घटना के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 2009 में बम हमले की याद में इस दिन को विश्व मानवता दिवस के रूप में घोषित किया.
विश्व मानवतावादी दिवस का महत्त्व–(Importance Of World Humanity Day)
कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहे देश और दुनिया के डॉक्टर, सफाई कर्मी, मेडिकल स्टाफ और वैज्ञानिक और पुलिस मानव को इस महामारी से बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में वे हमारे देश के सच्चे हीरो हैं. हमारे देश में नही बल्कि पूरे विश्व में इनको इस दिवस के दिन सम्मानित करना चाहिए.
सभी एक- दूसरे की सुख-दुःख में करें सहायता, और निभाये मानवता का धर्म.